थायरॉइड से संबंधित समस्याएं शरीर के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित कर सकती हैं, जिनमें आंखें भी शामिल हैं। हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइडिज्म दोनों में ही आंखों पर कई तरह के संकेत दिख सकते हैं। थायरॉइड की स्थिति से जुड़े कुछ सामान्य लक्षणों और आंखों पर दिखने वाले संकेतों की जानकारी यहां दी गई है:
1. आंखों में सूजन और उभार
थायरॉइड की समस्या होने पर कई बार आंखों में सूजन और उभार दिखाई देता है, जिसे थायरॉइड आई डिजीज या ग्रेव्स ऑप्थलमोपैथी कहा जाता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली आंखों की मांसपेशियों और ऊतकों पर हमला करती है, जिससे सूजन हो जाती है।
2. डबल विज़न (द्विगुणित दृष्टि)
थायरॉइड समस्या में आंखों की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे डबल विज़न या दृष्टि का धुंधलापन महसूस हो सकता है।
3. आंखों का अधिक खुला रहना
हाइपरथायरॉइडिज्म की स्थिति में आंखें सामान्य से अधिक खुली हुई दिखाई दे सकती हैं। इस स्थिति में आंखों का चमकना और पलकें कम झपकना भी शामिल हो सकता है। इसे प्रोट्रूज़न भी कहा जाता है और यह लक्षण विशेष रूप से ग्रेव्स डिजीज़ से जुड़ा होता है।
4. आंखों में दर्द और सूखापन
थायरॉइड के मरीजों को अक्सर आंखों में जलन, खुजली और सूखापन महसूस होता है। यह लक्षण इसलिए होते हैं क्योंकि थायरॉइड की समस्या से आंखों में नमी कम हो जाती है और यह असहजता पैदा करती है। आंखों में ड्राईनेस से कॉर्निया को नुकसान भी हो सकता है।
5. पलकों का कम झपकना
थायरॉइड रोग में पलकों का ठीक से बंद न होना या झपकना असामान्य हो सकता है। इससे आंखों में ड्राइनेस और इरिटेशन बढ़ सकता है।
6. लालिमा और जलन
थायरॉइड की समस्या से आंखों में अक्सर जलन, लालिमा और सूजन हो सकती है, जिससे आंखों में असहजता महसूस होती है। यह एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
क्या करें?
- डॉक्टर से सलाह लें: आंखों में इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह थायरॉइड के इलाज के साथ आंखों की सेहत का ख्याल रखने में सहायक होगा।
- नियमित जांच: थायरॉइड की स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए नियमित रूप से जांच कराएं और डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन करें।
- आंखों की सुरक्षा: धूप में बाहर जाते समय धूप का चश्मा पहनें और कंप्यूटर पर काम करते समय समय-समय पर आंखों को आराम दें।
थायरॉइड से संबंधित इन संकेतों को अनदेखा नहीं करना चाहिए। यदि इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो उचित जांच और इलाज आवश्यक है।