पैरालिसिस (Paralysis) एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति के शरीर का एक हिस्सा या पूरा शरीर अस्थायी या स्थायी रूप से काम करना बंद कर देता है। इसका कारण मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी या नसों में होने वाली चोट, संक्रमण, या अन्य समस्या हो सकती है।
पैरालिसिस के प्रकार
- फेशियल पैरालिसिस (Facial Paralysis): चेहरा प्रभावित होता है।
- स्पास्टिक पैरालिसिस (Spastic Paralysis): मांसपेशियां कठोर हो जाती हैं।
- फ्लासिड पैरालिसिस (Flaccid Paralysis): मांसपेशियां कमजोर या ढीली हो जाती हैं।
- आंशिक पैरालिसिस (Partial Paralysis): शरीर का कुछ हिस्सा प्रभावित होता है।
- पूर्ण पैरालिसिस (Complete Paralysis): पूरे शरीर में संवेदना और मूवमेंट की कमी हो जाती है।
मुख्य कारण
- स्ट्रोक (Stroke): मस्तिष्क में रक्त प्रवाह रुकने से।
- स्पाइनल कोर्ड इंजरी (Spinal Cord Injury): रीढ़ की हड्डी को चोट।
- गुइलियन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barré Syndrome): एक ऑटोइम्यून बीमारी।
- मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis): तंत्रिका तंत्र की बीमारी।
- सेरेब्रल पाल्सी (Cerebral Palsy): जन्म से तंत्रिका संबंधी समस्या।
लक्षण
- शरीर के किसी हिस्से में मूवमेंट न होना।
- मांसपेशियों में कमजोरी या ढीलापन।
- संवेदना का न रहना।
- बोलने, निगलने या देखने में कठिनाई।
निदान
- एमआरआई (MRI) और सीटी स्कैन (CT Scan): मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की स्थिति जानने के लिए।
- इलेक्ट्रोमायोग्राफी (EMG): नसों और मांसपेशियों की कार्यक्षमता जांचने के लिए।
- ब्लड टेस्ट: संक्रमण या अन्य बीमारियों का पता लगाने के लिए।
उपचार
- फिजिकल थेरेपी (Physical Therapy): मांसपेशियों की ताकत और लचीलापन बढ़ाने के लिए।
- दवाएं:
- एंटीइंफ्लेमेटरी दवाएं (जैसे स्टेरॉयड)।
- ब्लड थिनर स्ट्रोक के मामलों में।
- सर्जरी: नसों या मस्तिष्क की समस्याओं के लिए।
- वैकल्पिक उपाय: एक्यूपंक्चर, योग, और आयुर्वेदिक उपचार।
रोकथाम
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
- संतुलित आहार लें।
- नियमित व्यायाम करें।
- ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रित रखें।
- स्ट्रोक के लक्षणों पर तुरंत ध्यान दें।
सलाह
अगर पैरालिसिस के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर उपचार से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।