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Friday, December 27, 2024

जून में खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने की वजह से मुख्य तौर पर खाद्य महंगाई बढ़ी जिसका असर थोक महंगाई बढ़ने के तौर पर सामने आया है. हालांकि ईंधन और बिजली की महंगाई दर घटी है.

थोक महंगाई दर का आंकड़ा आया है, जिसमें ये 3% से अधिक हो गए हैं। Jun में होलसेल महंगाई दर (थोक महंगाई दर) 3.36% पर आ गई है। इससे पहले महीने, मई 2024 में, ये 2.61% पर थे। थोक महंगाई दर का ये आंकड़ा जून में 16 महीने का उच्च स्तर है। महंगाई के बढ़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह खाद्य और खाद्य सामग्री की महंगाई है। वहीं, मैन्यूफैक्चर्ड उत्पादों की महंगाई दर इस बार लगभग डेढ़ प्रतिशत हो गई है, जो पहले एक प्रतिशत से कम थी।

खाद्य महंगाई दर में दिखी बढ़ोतरी

खाने-पीने के सामान की दर मुख्य रूप से बढ़ी है जिसका असर थोक महंगाई दर पर आया है. जून में खाद्य मंहगाई दर बढ़कर 8.68 फीसदी पर आई है जो कि मई में 7.40 फीसदी पर थी.

प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर

प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर जून में 8.80 फीसदी की दर से बढ़ी है जबकि इससे पिछले महीने ये 7.20 फीसदी पर रही थी.

जून में WPI Inflation के खास पॉइंट

  • यह लगातार चौथा महीना है जब थोक महंगाई दर बढ़ी है.
  • जून में फलों की महंगाई दर 10.14 फीसदी, अनाज की 9.27 फीसदी और दूध की महंगाई दर 3.37 फीसदी रही. 
  • इस दौरान हालांकि कच्चे पेट्रोलियम और नेचुरल गैस की कीमतों में बढ़ोतरी कुल 12.55 फीसदी थी.
  • आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर जून में 10.87 फीसदी बढ़ी, जबकि मई में यह 9.82 फीसदी रही.
  • एक साल पहले यानी जून 2023 में थोक महंगाई दर शून्य से 4.18 फीसदी नीचे रही थी.

जून में रिटेल महंगाई दर भी बढ़ी है

जून में थोक महंगाई दर में बढ़त खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों के मुताबिक थी. पिछले हफ्ते 12 जुलाई को जारी आंकड़ों में जून की रिटेल महंगाई दर बढ़कर चार महीने के उच्चतम स्तर 5.1 फीसदी पर पहुंच गई. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मौद्रिक नीति तैयार करते समय मुख्य रूप से रिटेल महंगाई दर को ध्यान में रखता है.

फ्यूल एंड पावर सेगमेंट की WPI घटी

फ्यूल एंड पावर सेगमेंट की थोक महंगाई दर में हालांकि हल्की गिरावट आई है और ये जून में 1.03 फीसदी पर रही. मई 2024 में ये आंकड़ा 1.35 फीसदी इंफ्लेशन का था.

मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर में भी इजाफा

मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई भी बढ़ी है और ये जून में 1.43 फीसदी पर रही. मई 2024 में ये आंकड़ा 0.78 फीसदी पर रहा था.

अंडा, मांस-मछली की WPI में दिखी गिरावट

जून के महीने में अंडा, मांस-मछली जैसे खाने-पीने के सामान में गिरावट आई है और ये गिरकर शून्य से नीचे चली गई है. जून में अंडा, मांस-मछली की महंगाई दर -3.06 फीसदी रही. मई में ये 0.68 फीसदी पर रही थी.

जून में महंगी हुई हैं सब्जियां

बीते महीने सब्जियों की थोक महंगाई दर बेतहाशा बढ़ गई है जिसका बड़ा हिस्सा खाद्य महंगाई दर में शामिल होता है. जून में सब्जियों की थोक महंगाई दर 38.76 फीसदी पर आ गई है जबकि जून में ये 32.42 फीसदी थी. जून में आलू की थोक महंगाई दर बढ़कर 66.37 फीसदी पर आई है जो मई में 64.05 फीसदी पर रही थी.

जून में दालों की WPI में मामूली गिरावट

दालों की महंगाई दर जून में घटकर 21.64 फीसदी पर आई है जो कि इससे पिछले महीने में 21.95 फीसदी पर रही थी. 

प्याज की थोक महंगाई दर में खूब इजाफा

पिछले महीने प्याज खूब महंगी हुई जिससे जून में प्याज की थोक महंगाई दर बढ़कर 93.35 फीसदी पर आ गई है. मई में भी ये 50 फीसदी से ऊपर थी और 58.05 फीसदी पर रही थी. 

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