शाहरुख खान ने माना कि उन्हें इस बात का दुख होता था कि उन्हें अब तक नेशनल अवॉर्ड नहीं मिला है। दरअसल, 2 नवंबर के दिन शाहरुख खान का 60वां जन्मदिन था। ऐसे में उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर अपने फैंस से बातचीत की। उन्होंने कहा, “10–15 साल पहले इस बात का बुरा लगता था कि मुझे नेशनल अवॉर्ड क्यों नहीं मिला। मुझे तो हमेशा लगता था कि मैं हर बार अच्छी एक्टिंग करता हूं।”
‘मैं बहुत मेहनत करता हूं’
उन्होंने आगे कहा, “मैं बहुत मेहनत करता हूं, लेकिन कभी-कभी मुझे बुरा लगता है जब मेरे प्रयासों को सराहा नहीं जाता है। सच कहूं तो, क्रिएटिव वर्क को अवॉर्ड की जरूरत होती है क्योंकि इसे मापने का कोई और तरीका ही नहीं है। थिएटर में, जब हम अभिनय करते थे, तो लोग तालियां बजाकर हमें अवॉर्ड देते थे।”
‘मेरा सबसे बड़ा अवॉर्ड’
शाहरुख ने आगे मुस्कुराते हुए कहा, “आज मेरे लिए सबसे कीमती अवॉर्ड यही है, ये पल, आप सबके साथ। बाकी सारे अवॉर्ड एक तरफ और आप लोगों का प्यार एक तरफ।”
सबसे बड़ा सम्मानजनक पड़ाव
फिल्म ‘जवान’ के लिए मिले नेशनल अवॉर्ड को शाहरुख खान ने अपने करियर का सबसे बड़ा सम्मानजनक पड़ाव बताया। उन्होंने ये भी कहा कि शायद ‘स्वदेस’ के लिए भी उन्हें यह अवॉर्ड मिलना चाहिए था। शाहरुख बोले, “उस वक्त अशुतोष (गवारिकर) भी जजिंग कमेटी में थे।”
अवॉर्ड्स
शाहरुख अब तक 14 फिल्मफेयर अवॉर्ड, पद्मश्री, फ्रांस के लेजियन ऑफ ऑनर और ऑर्ड्रे दे आर्ट्स एट दे लेटर्स जैसी कई प्रतिष्ठित उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं।


