मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देश के आठवें स्वतंत्रता दिवस पर सभी छत्तीसगढ़वासियों को बधाई दी। सीएम ने कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस की मंगल बेला में हम सब स्वाधीनता का सुख साझा कर रहे हैं। हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजी साम्राज्यवाद के विरुद्ध संघर्ष करके यह आजादी प्राप्त की है। हमारे ऐतिहासिक वीरों, जैसे शहीद गेंद सिंह, शहीद धुरवा राव, शहीद यादव राव, शहीद वेंकट राव, वीर गुंडाधुर, शहीद डेबरी धुर, शहीद आयतु माहरा, शहीद वीर नारायण सिंह, ने हमें आजादी दी है। इसके अलावा, सीएम साय ने राज्य के लोगों के लिए कई घोषणाएं कीं।
CM ने कहा कि आज के दिन हम भी अपने उन जवानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जो हमारे प्रदेश में लोकतंत्र विरोधी नक्सलवादी आतंक का साहसपूर्वक मुकाबला कर रहे हैं। हमारे जवानों ने पिछले आठ महीनों में 146 नक्सलियों को मार डाला, जो उनकी साहस की मिसाल है। इस दौरान, हमने 32 नए सुरक्षा कैंप खोले हैं और आने वाले दिनों में 29 और शुरू करने जा रहे हैं। हमारे वीर जवानों की मेहनत और पराक्रम आज कई वर्षों बाद क्षेत्र की जनता को सुरक्षित महसूस कराता है। हमने राज्य अन्वेषण एजेंसी (एसआईए) का गठन किया ताकि अनुसंधान और अभियोजन की कार्रवाई नक्सलवादी घटनाओं से निपटने में अधिक प्रभावी हो सके।
सीएम ने कहा कि भूमिहीन किसानों को दीनदयाल उपाध्याय कृषि मजदूर कल्याण योजना के तहत 10 हजार रुपए की वार्षिक सहायता दी जाएगी। प्रदेश में कृषि हितैषी नीतियों की वजह से खेती-किसानी में रौनक लौट आई है और किसानों के चेहरों पर मुस्कान दिखाई दे रही है। आज हमारे गांव को आर्थिक रूप से संपन्न दिखाई देता है। एक लोककल्याणकारी सरकार को इससे अधिक संतोष नहीं हो सकता।
सीएम ने कहा- युवा हमारे भविष्य हैं। युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिले, उनकी उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त वातावरण हो, इसके लिए हम प्राथमिकता से कार्य कर रहे हैं। हमारी सरकार यह मानती है कि भर्ती प्रक्रियाओं में की गई अनियमिततायें होनहार युवकों को रोजगार के अवसरों से वंचित तो करती ही हैं, साथ ही इससे सिविल सेवा की गुणवत्ता पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। हमारी सरकार द्वारा राज्य सिविल सेवा परीक्षा 2021 में हुई अनियमितता की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लिया गया। हम युवाओं के लिए समान अवसर और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित हैं। यूपीएससी जैसी परीक्षाओं में हमारे युवाओं की सफलता दर बढ़े, इसके लिए आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विभाग द्वारा नई दिल्ली में संचालित यूथ हॉस्टल में यूपीएससी की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों के लिए सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर हमने 185 कर दी है।
अब सिविल सेवाओं की तैयारी के लिए अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के चयनित युवा पूर्णतः निःशुल्क कोचिंग प्राप्त कर सकेंगे एवं दिल्ली में कहीं भी निवास करने पर उनको निर्धारित स्टाइपेंड भी प्राप्त होगा जिससे उन्हें किराये के लिए भी प्रतिपूर्ति प्राप्त होती रहेगी। हमने शासकीय सेवाओं हेतु आयोजित परीक्षा में सम्मिलित होने की अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट प्रदान की है। इससे प्रदेश के लाखों युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त हुआ है। राजधानी के नालंदा परिसर की तरह ही 13 और नगरीय निकायों में सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी भी तैयार की जाएगी।
CM ने कहा कि अच्छी शिक्षा रोजगार के बेहतर अवसर देती है। हमने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रदेश में लागू की गई है। छत्तीसगढ़ की बोली-भाषा बहुत विविध है। यहाँ एक लोकप्रिय कहावत है, “कोस-कोस मा पानी बदलय, चार कोस मा बानी।”बच्चे प्रारंभिक आयु में अपनी मातृभाषा में सबसे अधिक सीखते हैं, इसलिए हमने नई शिक्षा नीति के तहत 18 स्थानीय भाषाओं में प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई कराने का फैसला किया है। इससे बच्चों में अपनी भाषा के प्रति प्रेम बढ़ेगा और हमारी नई पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ी रहेगी।