सांपों की दुनिया हमेशा से रहस्यमयी और रोमांचक रही है। पौराणिक कथाओं और फिल्मों में पंचमुखी सांप का उल्लेख मिलता है, जिसे सबसे विषैला और शक्तिशाली माना जाता है। लेकिन क्या वास्तव में पंचमुखी सांप अस्तित्व में है?
वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
पर्यावरणविद और सर्प विशेषज्ञ मुरारी सिंह का कहना है कि अब तक पंचमुखी सांप को किसी ने नहीं देखा है। विज्ञान उन्हीं चीजों को मान्यता देता है, जिनका प्रत्यक्ष प्रमाण होता है। हालांकि, यह कहना भी गलत होगा कि इसका अस्तित्व पूरी तरह असंभव है।
क्या यह केवल मिथक है?
सांपों से जुड़ी कई कहानियाँ समय के साथ गढ़ी गई हैं। दो मुंह वाले सांप जरूर देखे गए हैं, लेकिन यह एक जैविक विकृति (Biological Disorder) होती है। ठीक वैसे ही जैसे इंसानों में कभी-कभी अतिरिक्त अंग विकसित हो जाते हैं।
धार्मिक और पौराणिक महत्व
हिंदू धर्म में पंचमुखी नाग का विशेष स्थान है। पुराणों में इसका उल्लेख मिलता है, साथ ही भगवान विष्णु का शेषनाग पर विराजमान होने का वर्णन भी किया गया है। इसके अलावा, बालकृष्ण और कालिय नाग के युद्ध की कथा भी प्रचलित है।
निष्कर्ष
फिलहाल पंचमुखी सांप का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से इसकी मान्यता गहरी है। विशेषज्ञ इसे कल्पना का हिस्सा मानते हैं, लेकिन प्रकृति के रहस्यों को पूरी तरह नकारना भी मुश्किल है।