छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो चुकी है। नामांकन प्रक्रिया के बीच बेमेतरा जिले के देवकर नगर पंचायत से एक अनोखी खबर सामने आई है। यहां के नागरिकों ने प्रमुख राजनीतिक दलों—बीजेपी और कांग्रेस—से नाराज होकर खुद की नई पार्टी बना ली है। इस अनोखी पार्टी का नाम रखा गया है “दुखी आत्मा पार्टी” (DAP)।
क्यों बना “दुखी आत्मा पार्टी”?
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि बीजेपी और कांग्रेस ने इस बार योग्य प्रत्याशियों का चयन नहीं किया, जिससे आमजन खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे थे। इसी निराशा के चलते देवकर के आक्रोशित नागरिकों ने एकजुट होकर “दुखी आत्मा पार्टी” का गठन किया और सर्वसम्मति से सुरेश सीहोर को पार्टी अध्यक्ष चुना।
आगे पढ़ेसभी 15 वार्डों में उतारे प्रत्याशी
न केवल पार्टी बनी, बल्कि इसने नगर पंचायत के सभी 15 वार्डों में अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए हैं। बीते मंगलवार को सभी प्रत्याशियों ने बारी-बारी से अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया।
कांग्रेस-बीजेपी में मचा हड़कंप
नई पार्टी के मैदान में उतरते ही स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों के नेताओं में बेचैनी बढ़ गई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि “दुखी आत्मा पार्टी” आगामी चुनावों में क्या असर डालती है और क्या यह प्रदेश की राजनीति में कोई नया अध्याय लिख पाती है।
जनता का समर्थन या चुनावी प्रयोग?
क्या यह पार्टी सिर्फ नाराजगी की उपज है, या यह जनता के समर्थन से स्थानीय राजनीति में एक मजबूत विकल्प बन पाएगी? यह तो आने वाला चुनाव ही तय करेगा, लेकिन फिलहाल “दुखी आत्मा पार्टी” चर्चा का केंद्र बन चुकी है।
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