इस साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म पर 6 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। यह फिल्म उस समय रिलीज हुई थी जब बड़े पर्दे पर दो बड़ी फिल्में, एनिमल और सैम बहादुर, पैन इंडिया लेवेल पर रिलीज हुईं। हम जिस मनोवैज्ञानिक थ्रिलर की बात कर रहे हैं, वह हिंदी बॉक्स ऑफिस पर नहीं आया था।
यह तमिल फिल्म ‘पार्किंग’ है। हिंदी, तेलुगु, मलयालम और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इसे देख सकते हैं। 6 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस फिल्म में हरीश कल्याण लीड हीरो हैं। यह सिर्फ तमिल बॉक्स ऑफिस पर हिट हुआ।
6 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई पार्किंग ने बॉक्स ऑफिस पर 17 करोड़ रुपए की कमाई की। हरीश कल्याण एक प्रमुख हीरो हैं। इसे क्रिटिक्स ने भी बहुत सराहा था। फिल्म का नाम बताता है कि यह पार्किंग पर आधारित है।
फिल्म में दो किराएदारों की लड़ाई कार पार्किंग को लेकर हुई। पूरी फिल्म में दो प्रेमी परिवार हैं। एक युवा परिवार ने अपनी नवविवाहित पत्नी के साथ एक घर में शिफ्ट किया है, जबकि एक अधेड़ आदमी अपनी बेटी और पत्नी के साथ रहता है।
दोनों परिवार एक घर में किराए पर हैं। दोनों आदमी पार्किंग पर विवाद करते हैं। घर में पर्याप्त जगह है कि एक कार या स्कूटर पार्क बनाया जा सकता है। कार एक किराएदार के पास है और स्कूटर दूसरे के पास है। दोनों व्हीकल पार्क करने में संघर्ष करते हैं।
दोनों किराएदार एक-दूसरे से इतना घृणा करते हैं कि एक-दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं। जान से मारने का प्रयास करें। फिल्म का क्लाइमैक्स हैरान करता है। यह विवादपूर्ण है।
हरीश कल्याण स्टारर इस फिल्म को डिज्नी प्लस पर देखा जा सकता है। रामकुमार बालाकृष्णन ने इसका निर्देशन किया है। IMDB में इसकी रेटिंग 7.8 है।