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Wednesday, July 16, 2025
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श्रद्धा और रहस्य से घिरा तुंगनाथ मंदिर: दुनिया का सबसे ऊंचा शिवधाम

तुंगनाथ मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह पंच केदारों में से एक है और दुनिया का सबसे ऊँचाई पर स्थित शिव मंदिर भी माना जाता है। इस मंदिर की स्थापना महाभारत काल में पांडवों द्वारा की गई थी।


तुंगनाथ मंदिर का इतिहास

तुंगनाथ मंदिर की स्थापना का संबंध महाभारत के पात्र पांडवों से है। कथा के अनुसार, जब पांडव कुरुक्षेत्र युद्ध में अपने परिजनों की हत्या के पाप से मुक्ति चाहते थे, तब भगवान शिव उनसे रुष्ट होकर गुप्तकाशी चले गए। बाद में शिवजी ने पाँच अलग-अलग स्थानों पर अपने शरीर के अंग प्रकट किए, जिन्हें पंच केदार कहा जाता है।

तुंगनाथ मंदिर में भगवान शिव की भुजाएँ (हाथ) प्रकट हुई थीं। अन्य चार पंच केदार मंदिरों में:

  1. केदारनाथ – पीठ
  2. मध्यमहेश्वर – नाभि
  3. रुद्रनाथ – मुख
  4. कल्पेश्वर – जटा

तुंगनाथ मंदिर की विशेषताएँ

  • यह समुद्र तल से लगभग 3,680 मीटर (12,073 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है।
  • यह 1,000 वर्ष पुराना मंदिर है और नागर शैली की वास्तुकला में निर्मित है।
  • मंदिर में शिवलिंग के साथ देवी पार्वती, गणेश, ऋषि व्यास, काल भैरव और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं।

तुंगनाथ मंदिर तक कैसे पहुँचे?

1. हवाई मार्ग:

निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (देहरादून) है, जो तुंगनाथ से लगभग 220 किमी दूर है।

2. रेल मार्ग:

सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से 200 किमी की दूरी पर स्थित है।

3. सड़क मार्ग:

  • तुंगनाथ मंदिर का आधार स्थल चोपता है, जो ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून से बस और टैक्सी द्वारा जुड़ा हुआ है।
  • चोपता से तुंगनाथ मंदिर तक 4 किमी का ट्रेक करना पड़ता है।

तुंगनाथ यात्रा का सही समय

तुंगनाथ मंदिर वर्ष में केवल 6 महीने (मई से नवंबर) तक खुला रहता है।

  • गर्मी (मई-जून): मौसम सुहावना होता है, यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय।
  • बरसात (जुलाई-अगस्त): भारी बारिश के कारण यात्रा कठिन हो सकती है।
  • सर्दी (नवंबर-मार्च): मंदिर भारी बर्फबारी के कारण बंद रहता है।

तुंगनाथ के पास घूमने की जगहें

  1. चंद्रशिला पीक – तुंगनाथ से 1.5 किमी आगे स्थित एक सुंदर ट्रेकिंग डेस्टिनेशन।
  2. देवरिया ताल – एक खूबसूरत झील, जो चोपता से 10 किमी दूर है।
  3. रुद्रप्रयाग – अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का संगम स्थल।
  4. केदारनाथ मंदिर – विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग, जो पंच केदारों में सबसे महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

तुंगनाथ मंदिर श्रद्धालुओं और ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। यहाँ की आध्यात्मिक ऊर्जा और प्राकृतिक सौंदर्य भक्तों को अद्भुत शांति और आनंद प्रदान करता है। यदि आप शिव भक्त हैं या पहाड़ों में ट्रेकिंग का आनंद लेना चाहते हैं, तो तुंगनाथ यात्रा आपके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगी।

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