तीरथगढ़ जलप्रपात छत्तीसगढ़ का नैसर्गिक सौंदर्य
स्थान: तीरथगढ़ जलप्रपात छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित है और यह राज्य के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। यह जगदलपुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और प्रसिद्ध कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के अंदर आता है।
जलप्रपात की विशेषता:
- तीरथगढ़ जलप्रपात मुनगाबाहर नदी पर स्थित है, जो इंद्रावती नदी की एक सहायक नदी है।
- यह 300 फीट (91 मीटर) की ऊंचाई से गिरता है, जिससे इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है।
- यह छत्तीसगढ़ का सबसे ऊंचा जलप्रपात माना जाता है।
- जलप्रपात की धाराएं अलग-अलग स्तरों पर गिरती हैं, जिससे यह अत्यंत आकर्षक दिखाई देता है।
पर्यटन और गतिविधियां:
- यह स्थान प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए स्वर्ग जैसा है।
- झरने के पास बने चट्टानी प्लेटफॉर्म से पर्यटक इस जलप्रपात का अद्भुत नज़ारा देख सकते हैं।
- पास में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान होने के कारण पर्यटक जंगल सफारी का आनंद भी ले सकते हैं।
- यहां पर ट्रेकिंग और एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए भी अनुकूल माहौल है।
आसपास के दर्शनीय स्थल:
- चित्रकूट जलप्रपात – इसे भारत का “नियाग्रा फॉल्स” भी कहा जाता है।
- कुटुमसर गुफा – एक रहस्यमयी गुफा, जो स्टैलेक्टाइट और स्टैलेग्माइट संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है।
- डंतेश्वरी मंदिर – मां दंतेश्वरी का प्रसिद्ध शक्तिपीठ, जो श्रद्धालुओं के बीच बेहद पूजनीय है।
कैसे पहुंचे?
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा विशाखापत्तनम (275 किमी) और रायपुर (330 किमी) है।
- रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन जगदलपुर है, जो भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग: रायपुर, विशाखापत्तनम और अन्य शहरों से बस व टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है।
सबसे अच्छा समय यात्रा के लिए:
- मानसून (जुलाई से सितंबर) और सर्दियों (नवंबर से फरवरी) के दौरान यहां का नजारा बेहद मनमोहक होता है।
निष्कर्ष:
तीरथगढ़ जलप्रपात अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के कारण छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल है। यह स्थल प्रकृति प्रेमियों, रोमांच के शौकीनों और फोटोग्राफरों के लिए आदर्श स्थान है।