पाली, राजस्थान – भारत अपनी धर्मनिरपेक्षता और सांस्कृतिक विविधता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहां के ऐतिहासिक किले, शानदार महल और भव्य हवेलियां जितनी प्रसिद्ध हैं, उतनी ही मान्यता यहाँ के धार्मिक स्थलों को भी प्राप्त है। इन्हीं में से एक है रणकपुर जैन मंदिर, जो अपनी खूबसूरत वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
रणकपुर जैन मंदिर: एक अनोखा तीर्थस्थल
राजस्थान के पाली जिले में स्थित रणकपुर जैन मंदिर जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। अरावली पर्वतमाला की घाटियों के बीच बसे इस मंदिर की विशालता और शिल्पकला देखते ही बनती है। मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी में आचार्य श्यामसुंदर जी, धरनशाह, राणा कुंभा और देपा नामक चार श्रद्धालुओं ने कराया था।
अद्भुत वास्तुकला और निर्माण की कहानी
रणकपुर जैन मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 60 वर्षों तक चला और इस पर 99 लाख रुपये का खर्च आया था। मंदिर की डिज़ाइन तैयार करने के लिए कई वास्तुकारों को बुलाया गया, लेकिन अंततः मुंदारा के दीपक नामक एक शिल्पकार की योजना को स्वीकृति मिली।
आगे पढ़ेमंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इसके प्रमुख आकर्षण इस प्रकार हैं:
✅ 1444 खंभे – ये सभी खंभे बारीकी से तराशे गए हैं और इनमें से कोई भी एक-दूसरे से मेल नहीं खाता।
✅ चार मुख वाला मंदिर – मंदिर के चारों दिशाओं में प्रवेश द्वार हैं, जिससे किसी भी दिशा से प्रवेश किया जा सकता है।
✅ रंग बदलने वाले खंभे – दिन के समय के अनुसार ये खंभे सुनहरे से हल्के नीले रंग में बदल जाते हैं।
✅ नक्काशीदार छत और गुम्बद – मंदिर में कुल 29 हॉल, 80 गुम्बद, और 76 छोटे पूजन स्थल हैं।
रणकपुर जैन मंदिर का धार्मिक महत्व
यह भव्य मंदिर जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को समर्पित है। कहा जाता है कि इस मंदिर के निर्माण की प्रेरणा धरनशाह को एक स्वप्न से मिली थी, जिसमें उन्होंने नलिनीगुल्मा विमान देखा था।
कैसे पहुंचे रणकपुर जैन मंदिर?
रणकपुर जैन मंदिर देशभर से आसानी से पहुँचा जा सकता है:
✈️ निकटतम हवाई अड्डा: उदयपुर का महाराणा प्रताप हवाई अड्डा (108 किमी)
🚆 निकटतम रेलवे स्टेशन: फालना रेलवे स्टेशन (29 किमी) और उदयपुर रेलवे स्टेशन (96 किमी)
🚌 सड़क मार्ग: मंदिर राजस्थान के प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
रणकपुर जैन मंदिर जाने का सही समय
इस धार्मिक स्थल को सालभर देखा जा सकता है, लेकिन जुलाई से सितंबर के महीने में यहाँ का मौसम बेहद सुहावना रहता है।
फोटोग्राफी और पर्यटकों के लिए स्वर्ग
रणकपुर जैन मंदिर अपनी ऐतिहासिक और प्राकृतिक सुंदरता के कारण फोटोग्राफरों और पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान है।
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