मिनी माता बांगो बांध (Minimata Bango Dam) छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह हसदेव नदी पर बना है, जो महानदी की एक सहायक नदी है। इसे छत्तीसगढ़ राज्य की सिंचाई, जल आपूर्ति, और बिजली उत्पादन की प्रमुख परियोजनाओं में से एक माना जाता है। बांध का नामकरण छत्तीसगढ़ की प्रमुख महिला स्वतंत्रता सेनानी मिनी माता के नाम पर किया गया है।
मिनी माता बांगो बांध की लंबाई 1,141 मीटर (1.141 किलोमीटर) है। बांध की ऊँचाई 85.5 मीटर है।बांध का निर्माण कार्य 1983 में पूरा हुआ था। बिजली उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट (MW) है।
बांध की जानकारी
- निर्माण और उद्देश्य: मिनी माता बांगो बांध का निर्माण मुख्य रूप से सिंचाई, पीने के पानी की आपूर्ति, और बिजली उत्पादन के लिए किया गया था। यह बांध कोरबा क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई करता है और बिजली उत्पादन में भी योगदान देता है।
- स्थान:
- यह कोरबा जिले में स्थित है और हसदेव नदी पर बना है।
- हसदेव नदी महानदी की एक महत्वपूर्ण सहायक नदी है जो छत्तीसगढ़ के जीवन के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।
- बांध की क्षमता:
- इसकी जल भंडारण क्षमता लगभग 3.5 बिलियन घन मीटर है।
- यह बांध हसदेव-बांगो परियोजना के तहत आता है और इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण और वितरण है।
- सिंचाई और कृषि:
- यह बांध छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों किसानों की आजीविका का मुख्य स्रोत है, क्योंकि इससे सिंचाई की सुविधा मिलती है।
- इसके माध्यम से कई जिलों में खेती को बढ़ावा मिला है, जिससे किसान आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं।
- बिजली उत्पादन:
- बांगो बांध से प्राप्त जल विद्युत का भी उत्पादन होता है, जिससे इस क्षेत्र की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलती है।
- बांध का जल विद्युत संयंत्र क्षेत्र की बिजली जरूरतों को पूरा करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- पर्यावरणीय प्रभाव:
- जैसा कि अधिकांश बड़े बांधों के साथ होता है, इसके निर्माण से कुछ पर्यावरणीय बदलाव भी हुए। हालांकि, सरकार ने इन प्रभावों को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
- पर्यटन स्थल:
- मिनी माता बांगो बांध एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है। इसका सुरम्य दृश्य और आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य के कारण यह पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहाँ लोग पिकनिक और बोटिंग का आनंद लेने आते हैं।
- चुनौतियाँ:
- बांध के आसपास के क्षेत्र में जलभराव और विस्थापन जैसी समस्याएँ भी सामने आई हैं। कई लोगों को पुनर्वास के लिए अन्य स्थानों पर बसाया गया है।
निष्कर्ष:
मिनी माता बांगो बांध छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित एक महत्त्वपूर्ण परियोजना है, जो सिंचाई, बिजली उत्पादन, और जल आपूर्ति के लिए अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है। इसके नाम के पीछे छत्तीसगढ़ की स्वतंत्रता सेनानी मिनी माता का सम्मान छिपा हुआ है, और यह बांध पूरे राज्य की समृद्धि में बड़ा योगदान देता है।