चित्रकोट जलप्रपात: मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर चित्रकोट जलप्रपात बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर है. इस जलप्रपात में बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी की जलधारा करीब 92 फीट की ऊंचाई से गिरती है. यहां कई स्थानीय और बॉलीवुड मूवी की शूटिंग भी हुई है. चित्रकोट जलप्रपात को देखने के लिए 12 महीने पर्यटकों की भीड़ रहती है. खास बात यह है कि पर्यटकों के लिए इस जलप्रपात के पास ही ठहरने के साथ ही खाने पीने की सुविधा भी प्रशासन और स्थानीय लोगों ने की है.
तीरथगढ़ जलप्रपात: जगदलपुर से 35 किलोमीटर दूरी पर कांगेर वैली नेशनल पार्क है. इस नेशनल पार्क में तीरथगढ़ जलप्रपात है. इसकी ऊंचाई लगभग 300 फीट है. बारिश के दिनों में जलप्रपात की खूबसूरती और बढ़ जाती है. यहां भी पर्यटकों के लिए खाने पीने की अच्छी व्यवस्था है.
मेन्द्री घूमर तामड़ाघूमर जलप्रपात: चित्रकोट जलप्रपात से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर मेन्द्री घूमर और तामड़ाघूमर जलप्रपात हैं. C आकार के जलप्रपात की ऊंचाई करीब 80 फीट है. यहां भी फिल्मों की शूटिंग की गई है. हालांकि गर्मी के दिनों में दोनों जलप्रपातों में जलस्तर कम हो जाता है.
झारालावा जलप्रपात: जगदलपुर से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर यह जलप्रपात है. धुरली पंचायत के बासनपुर झिरका इलाके में यह जलप्रपात है. इसकी ऊंचाई लगभग 80 फीट है. इस जलप्रपात में बरसाती नाला बहता है. मानसून में इसकी खूबसूरती और मनमोहक हो जाती है.
मंडवा जलप्रपात: यह जलप्रपात बस्तर जिले से 40 किलोमीटर दूर है. पहले पर्यटकों को जिला मुख्यालय जगदलपुर से 30 किलोमीटर दूर डिलमिली पहुंचना होगा. इसके बाद अल्वा ढोढरपाल होते हुए आप मंडवा जलप्रपात तक पहुंच सकते हैं. यह बस्तर का मशहूर पिकनिक स्पॉट है. यहां पिकनिक मनाने के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं. यह जलप्रपात करीब 50 फीट ऊंचाई से गिरता है.
बीजाकसा जलप्रपात: लॉकडाउन के समय पर्यटकों ने इस जलप्रपात की खोज की है. यह जगदलपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर है. पहले आपको जगदलपुर से उसरीबेड़ा पहुंचना होगा. यहां से इंद्रावती नदी पार कर नारायणपाल से रतेंगा पहुंचना होगा.रतेंगा से कुछ ही दूरी पर यह जलप्रपात है. इसकी ऊंचाई 70-80 फीट है.
फुलपाड जलप्रपात: दंतेवाड़ा से करीब 50 किलोमीटर दूरी पर यह जलप्रपात है. इसकी ऊंचाई लगभग 80 फीट है. बरसाती नाले की जलधारा गिरती है. इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए दंतेवाड़ा जिले से नकुलनार होकर पालनार पहुंचना पड़ता है. पालनार से कुछ दूरी पर यह जलप्रपात है.