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Saturday, February 15, 2025
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अमृतधारा जलप्रपात: प्रकृति और अध्यात्म का संगम

अमृतधारा जलप्रपात: विस्तृत जानकारी

अमृतधारा जलप्रपात छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया जिले में स्थित है और इसे राज्य के सबसे प्रसिद्ध प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। इसकी आकर्षक सुंदरता, प्रवाह और धार्मिक महत्व इसे पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक खास जगह बनाते हैं।


भौगोलिक विवरण:

  • स्थान: कोरिया जिले के बैकुंठपुर तहसील से लगभग 7 किमी की दूरी पर।
  • स्रोत: अमृतधारा जलप्रपात हसदेव नदी पर स्थित है, जो महानदी की प्रमुख सहायक नदी है।
  • ऊंचाई और चौड़ाई: यह जलप्रपात करीब 90 फीट की ऊंचाई से गिरता है, और इसका पानी सफेद दूधिया रंग में बहता हुआ बेहद आकर्षक लगता है।

जलप्रपात की विशेषताएं:

  1. वर्षभर प्रवाह:
    अमृतधारा जलप्रपात पूरे वर्ष बहता रहता है, जिससे यह पर्यटकों के लिए किसी भी मौसम में घूमने के लिए उपयुक्त है। मानसून के दौरान इसका प्रवाह और अधिक भव्य हो जाता है।
  2. प्राकृतिक सुंदरता:
    चारों तरफ घने जंगलों और हरियाली से घिरा यह जलप्रपात एक शांत वातावरण प्रदान करता है। पानी गिरने की आवाज़ और ताज़गी भरी हवा यहां के अनुभव को और भी खास बनाती है।
  3. धार्मिक महत्व:
    जलप्रपात के पास भगवान शिव का प्राचीन मंदिर स्थित है। इसे एक पवित्र स्थल माना जाता है। हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।

ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व:

अमृतधारा जलप्रपात का धार्मिक महत्व इसे एक सांस्कृतिक स्थल बनाता है। स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार, भगवान शिव ने इस स्थान को आशीर्वाद दिया था। यह स्थल हर साल अमृतधारा मेला के लिए भी प्रसिद्ध है, जो यहां के सांस्कृतिक पहलुओं को उजागर करता है।


पर्यटन के लिए सुविधाएं:

  1. पिकनिक स्पॉट:
    यह स्थल पिकनिक और परिवारिक भ्रमण के लिए एक आदर्श स्थान है। यहां खुला मैदान, पेड़ों की छांव और साफ-सुथरी जगह मौजूद है।
  2. रहने और खाने की व्यवस्था:
  • पास के बैकुंठपुर शहर में रहने और खाने की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
  • कुछ स्थानीय ढाबे और छोटे होटल जलप्रपात के पास भी मिल जाते हैं।

अमृतधारा मेला:

  • हर साल महाशिवरात्रि के समय अमृतधारा मेला का आयोजन किया जाता है।
  • इस मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होते हैं।
  • मेले में धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और स्थानीय कला का प्रदर्शन होता है।

कैसे पहुंचे?

  1. सड़क मार्ग:
  • अमृतधारा जलप्रपात बैकुंठपुर से 7 किमी दूर स्थित है।
  • यह स्थल सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
  • रायपुर से लगभग 300 किमी की दूरी पर है।
  1. रेल मार्ग:
  • निकटतम रेलवे स्टेशन बैकुंठपुर रोड है, जो यहां से 8 किमी दूर है।
  1. हवाई मार्ग:
  • निकटतम हवाई अड्डा रायपुर का स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा है, जो लगभग 300 किमी दूर है।

घूमने का सबसे अच्छा समय:

  • मानसून (जुलाई से सितंबर): इस दौरान जलप्रपात अपने चरम पर होता है।
  • सर्दी (अक्टूबर से फरवरी): इस मौसम में मौसम सुहावना रहता है और यात्रा के लिए आदर्श समय होता है।

अमृतधारा जलप्रपात न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि यह एक ऐसा स्थल है, जहां पर्यटक प्रकृति और आध्यात्मिक शांति का अद्भुत अनुभव कर सकते हैं।

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