उज्ज्वला योजना 2.0 (प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना) की शुरुआत 10 अगस्त 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। यह योजना पहले से चल रही उज्ज्वला योजना का उन्नत संस्करण है, जिसे ग्रामीण और गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन (LPG) उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया था। उज्ज्वला योजना 2.0 के तहत कुछ अतिरिक्त लाभ और सुविधाएँ जोड़ी गई हैं ताकि ज़रूरतमंद परिवारों को अधिक समर्थन मिल सके।
1. उद्देश्य
- उज्ज्वला योजना 2.0 का मुख्य उद्देश्य गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों, विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना है। यह योजना घरेलू वनों की कटाई को रोकने, वायु प्रदूषण कम करने और महिलाओं को खाना पकाने के दौरान होने वाले धुएं से बचाने के लिए शुरू की गई है।
- योजना का लक्ष्य स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना और महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा करना है।
2. मुख्य विशेषताएँ
- नए लाभार्थी: उज्ज्वला योजना 2.0 के तहत, गरीब परिवारों, प्रवासी मजदूरों और ऐसे परिवारों को निशुल्क LPG कनेक्शन दिया जाता है जिनके पास राशन कार्ड या पता प्रमाण नहीं है।
- निशुल्क LPG कनेक्शन: योजना के तहत लाभार्थियों को निशुल्क LPG कनेक्शन, पहले गैस सिलेंडर की लागत और साथ ही निशुल्क चूल्हा प्रदान किया जाता है।
- सामान्य दस्तावेजों की छूट: उज्ज्वला 2.0 के अंतर्गत राशन कार्ड के अभाव में स्व-घोषणा पत्र के आधार पर लाभार्थी LPG कनेक्शन प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार, परिवारों के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है।
- अधिकारिता में वृद्धि: उज्ज्वला योजना 2.0 का मकसद अधिक से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच देना है, जिससे उनका स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके।
3. योजना का लाभार्थी वर्ग
- योजना के लाभार्थी आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से होते हैं, जिनमें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ होती हैं। यह विशेष रूप से उन परिवारों के लिए बनाई गई है जो अभी भी लकड़ी, गोबर के उपले, और अन्य पारंपरिक ईंधनों का इस्तेमाल कर रहे थे।
- योजना का मुख्य लक्ष्य उन महिलाओं की सहायता करना है जो खाना बनाने के लिए प्रदूषित और अस्वस्थ ईंधनों का उपयोग कर रही थीं, जिससे उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
4. उज्ज्वला योजना का इतिहास
- उज्ज्वला योजना की शुरुआत 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसका उद्देश्य गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना था। योजना के तहत महिलाओं को मुफ्त LPG कनेक्शन दिए गए।
- 2021 में उज्ज्वला योजना 2.0 का शुभारंभ किया गया, जिसमें योजना को और अधिक व्यापक बनाने के लिए नए लाभार्थियों को जोड़ा गया और आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया।
5. योजना का प्रभाव
- उज्ज्वला योजना ने लाखों गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन की सुविधा दी है। इससे वायु प्रदूषण में कमी आई है, और महिलाओं को खाना पकाने के दौरान धुएं से होने वाली बीमारियों से राहत मिली है।
- इस योजना के माध्यम से महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। समय की बचत, स्वास्थ्य में सुधार और सामाजिक सशक्तिकरण इसके मुख्य लाभों में से हैं।
निष्कर्ष
उज्ज्वला योजना 2.0 भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए बनाई गई है। उज्ज्वला योजना 2.0 की शुरुआत से सरकार ने स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है।