पुणे की लॉ स्टूडेंट की गिरफ्तारी को लेकर सियासत शुरू हो गई है। कई राजनेताओं ने गिरफ्तारी को सही ठहराया तो वहीं बीजेपी ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर वीडियो शेयर करने के मामले में कोलकाता पुलिस ने उन्हें गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने शर्मिष्ठा को 13 जून तक की न्यायिक हिरासत में भेजा है। उनपर धर्म के आधार पर शत्रुता की भावना फैलाने का आरोप है।
कौन हैं शर्मिष्ठा पनोली
शर्मिष्ठा पुणे की लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं। इसके अलावा इन्स्टाग्राम पर उनकी काफी फॉलोअर हैं। उनके फॉलोअर्स की लिस्ट में एक पाकिस्तानी शख्स भी था जिसने पहलगाम हमले के बाद उनसे सवाल पूछा था। इसके बाद उसी का जवाब देते हुए शर्मिष्ठा ने सोशल मीडिया हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में उन्होंने पहलगाम हमले पर बॉलिवुड के कलाकारों की चुप्पी पर सवाल उठाए। इसके बाद विवाद शुरू हो गया था। विशेष धर्म पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कोलकाता पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
पनोली की गिरफ्तारी को लेकर सियासत शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, शर्मिष्ठा को उस वीडियो के लिए गिरफ्तार कर लिया गया जिसके लिए उसने माफी भी मांगी और फिर डिलीट भी कर दिया। ना कोई दंगा ना कोई तनाव। इसके बाद भी ममता बनर्जी की पुलिस ने कार्रवाई कर दी। न्याय के लिए नहीं बल्कि तुष्टीकरण के लिए। टीएमसी के नेता जब सनातन धर्म का अपमान करते हैं। जय श्री राम को गाली बताते हैं तो वहां एक एफआईआर तक नहीं दर्ज होती। ना कोई गिरफ्तारी होती है और ना ही कोई माफी मांगता है।