ताइवान के नेशनल चुंग चेंग यूनिवर्सिटी (CCU) और नेशनल चेंग कुंग यूनिवर्सिटी (NCKU) के शोधकर्ताओं ने अग्नाशय के कैंसर से जुड़ा एक नया संकेत तंत्र खोजा है, जो इस घातक बीमारी के इलाज के लिए नई उम्मीद जगा सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि TIMP1-CD63 संकेत तंत्र कैंसर कोशिकाओं को प्रतिरक्षा प्रणाली से बचाकर ट्यूमर के विकास को बढ़ावा देता है।
ताइपेई टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह तंत्र KRAS-उत्परिवर्तित अग्नाशय के कैंसर में प्रमुख भूमिका निभाता है, जो 90% रोगियों में पाया जाता है। साथ ही, DUSP2 जीन की कमी से ये कैंसर कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं। यह खोज महत्वपूर्ण है क्योंकि अग्नाशय के कैंसर की जीवित रहने की दर 10% से भी कम है।
शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यह एक आत्मनिर्भर चक्र बनाता है, जो कैंसर को तेजी से बढ़ने में मदद करता है। लेकिन इस चक्र को तोड़कर कैंसर के विकास को रोका जा सकता है। अध्ययन को मॉलिक्यूलर कैंसर पत्रिका में प्रकाशित किया गया था और इसे ताइवान की राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थानों द्वारा वित्त पोषित किया गया था।
इस खोज से भविष्य में नए उपचार और निदान रणनीतियां विकसित करने में मदद मिल सकती है, जिससे कैंसर से जूझ रहे लाखों मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद है।