पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की ओर से सेना और उसके नेतृत्व के खिलाफ किए जा रहे कथित दुष्प्रचार की बुधवार को निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की चीजों को “बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” इससे दो दिन पहले सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा था कि एक बड़ा राजनीतिक माफिया नए आतंकवाद-रोधी अभियान ‘अज़्म-ए-इस्तेहकाम’ को नाकाम करने के लिए उठ खड़ा हुआ है और उस माफिया का पहला कदम झूठे तथा फर्जी तर्कों के जरिए अभियान को विवादास्पद बनाना है।
संघीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि दुष्प्रचार अभियान को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ऐसे दुर्भावनापूर्ण अभियानों के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे सशस्त्र बलों ने देश में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में काफी बलिदान दिया है।” प्रधानमंत्री ने पिछले साल नौ मई को हुए दंगों के लिए जिम्मेदार समूहों की भी निंदा की तथा उन पर देश में अशांति फैलाने के लिए नयी रणनीति अपनाने का आरोप लगाया