हाल ही में जारी 2023 की जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान (Pakistan) की आबादी 2050 तक दोगुनी हो सकती है। यह स्थिति देश की आर्थिक तंगी को और भी गंभीर बना रही है। वित्तीय अस्थिरता और बढ़ती जनसंख्या के कारण देश में अशांति बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो (PBS) ने सातवीं जनगणना 2023 के नतीजे जारी किए हैं, जिसमें बताया गया है कि पाकिस्तान की आबादी 241.49 मिलियन है। पाकिस्तान अब दुनिया का पांचवां सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है। हालांकि, मौजूदा आर्थिक और राजनीतिक समस्याओं के कारण, इस बढ़ती आबादी को संभालना मुश्किल हो रहा है।
डॉन न्यूज के अनुसार, बढ़ती आबादी (Population) पाकिस्तान के सीमित संसाधनों पर भारी दबाव डाल रही है। इससे गरीबी, भूख, बीमारी और निरक्षरता जैसी समस्याएं और बढ़ गई हैं। बाढ़ और सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ बढ़ती आबादी से निपटने के लिए सरकार को गंभीर प्रयास करने होंगे। पाकिस्तान में जनसंख्या वृद्धि के कई कारण हैं, जैसे धार्मिक-सांस्कृतिक मान्यताएँ, सामाजिक वर्जनाएँ, गरीबी, महिला अशिक्षा, और परिवार नियोजन सेवाओं की कमी। आतंकवाद और मुद्रास्फीति जैसी समस्याएँ भी विकास को धीमा कर रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, भारत, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान और अमेरिका सहित 126 देशों में 2054 तक जनसंख्या बढ़ने की उम्मीद है। भारत, तुर्की और ईरान ने अपनी प्रजनन दर को कम किया है और वे पाकिस्तान के लिए रोल मॉडल हो सकते हैं। बिजनेस रिकॉर्डर के अनुसार, 2.55 प्रतिशत की जनसंख्या वृद्धि दर का मतलब है कि अर्थव्यवस्था को इसी दर से बढ़ना होगा। पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक स्थिति में यह बहुत मुश्किल है।