पिछले दिनों पाकिस्तान (Pakistan) की राजधानी इस्लामाबाद (Islamabad) में पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट- पीटीएम (Pashtun Protection Movement-PTM) के वरिष्ठ सदस्य और प्रसिद्ध कवि गिलामन वजीर Gilaman Wazir (29) की एक हमले में हत्या के बाद दुनिया भर में बवाल मचा हुआ है। तालिबानी धरती पर जन्मे ‘अहिंसा का पुजारी’ वजीर पर पाकिस्तान में 7 जुलाई को हमला किया गया और गिलामन पर कई बार चाकू से वार किए गए। गंभीर रूप से घायल इस कवि को पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज -पीआईएमएस में भर्ती कराया गया था जहां तीन दिन बाद उनकी मौत हो गई।
नौजवान कवि गिलामन वजीर की कविताएं शांति का संदेश लिए होती थीं. उनके निधन पर अफगान ही नहीं पूरी दुनिया के लाखों लोग शोक में डूबे हैं। पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट के संस्थापक नेता मंजूर पश्तीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “मेरा सबसे करीबी, प्यारा और वफादार दोस्त, आजादी और अफगानवाद का मजबूत सिपाही, पश्तून अफगान लोगों के सच्चे प्रवक्ता ने हमेशा दमनकारी और उत्पीड़न के खिलाफ हमेशा आवाज उठाई।” गिलामन वजीर की मौत पर दुनियाभर में धरने-प्रदर्शन हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी कोल्ड वॉर छिड़ा हुआ है।