अमेरिकी संसद में बुधवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संबोधन का कुछ शीर्ष सांसदों ने बहिष्कार किया। वहीं, हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए देश की राजधानी वाशिंगटन की ओर मार्च किया। नेतन्याहू ने अपने संबोधन के दौरान गाजा में जारी युद्ध का बचाव किया और अमेरिकी प्रदर्शनकारियों की निंदा की। उन्होंने नौ महीने से जारी युद्ध में “पूर्ण विजय” होने तक इसे जारी रखने का संकल्प लिया। नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग में अमेरिका की ओर से दी जा रही मदद को बढ़ाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “अमेरिका और इजराइल को एक दूसरे के साथ खड़ा होना चाहिए। जब हम एक साथ खड़े होते हैं तब सचमुच कुछ बड़ा होता है, हम जीतते हैं, वे हारते हैं।”
नेतन्याहू ने युद्ध को लेकर अपने देश का बचाव किया, साथ ही युद्ध का विरोध करने वालों का उपहास भी किया। उन्होंने अमेरिका की राजधानी के निकट सड़कों पर हो रहे प्रदर्शनों की ओर इशारा करते हुए उन्हें इजरायल के विरोधियों को “फायदा पहुंचाने वाला” बताया। नेतन्याहू के संबोधन के दौरान कई सांसदों ने तालियां बजाईं, लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख सांसदों ने ऐसा नहीं किया। हालांकि डेमोक्रेटिक पार्टी के 50 से अधिक सांसदों और निर्दलीय सांसद बर्नी सैंडर्स ने नेतन्याहू के संबोधन का बहिष्कार किया। इस दौरान सबकी निगाहें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की अनुपस्थिति पर रहीं, जो संसद के उच्च सदन सीनेट की सभापति हैं। बताया जाता है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण वह सदन में उपस्थित नहीं हुईं।