ओक्लाहोमा, यूएस में रहने वाले जोशुआ गॉल्ट अपनी बीवी, छह बच्चे और 78 साल की बुजुर्ग मां के साथ अलास्का, आयलैंड की यात्रा पर निकले। वे नॉर्वेजियन एनकोर नामक एक क्रूज शिप पर चले गए। पर वे बहुत परेशान हो गए।
आपने फिल्मों में या फिर सोशल मीडिया पर देखा होगा कि लोग बड़ी-बड़ी शिप्स पर पार्टी करते हैं, अलग शहरों को घूमने जाते हैं और इस यात्रा के दौरान उनके रहने-खाने का पूरा इंतजाम होता है. इस जहाज को क्रूज कहा जाता है. क्रूज शिप्स की यात्राएं बेहद मजेदार और रोमांचक होती हैं, लेकिन अगर आप यात्रा के दौरान कहीं छूट गए, तो आपकी ये यात्रा मुश्किलों भरी हो सकती है. ऐसा ही अमेरिका में 9 लोगों के एक परिवार के साथ हुआ. परिवार ने क्रूज (Family left behind by cruise ship) पर घूमने के लिए मोटी रकम चुकाई थी, मगर जहाज उन्हें एक अंजान शहर में छोड़कर चला गया. फिर जो हुआ, वो जानकर आपको इस परिवार के ऊपर दया आएगी.
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार ओक्लाहोमा (Oklahoma, USA) की रहने वाले जोशुआ गॉल्ट, अपनी बीवी, 6 बच्चे और 78 साल की बुजुर्ग मां के साथ अलास्का के आयलैंड की यात्रा पर निकले थे. उन्होंने नॉर्वेजियन एनकोर नाम की क्रूज शिप का टिकट लिया था. 9 लोगों का टिकट करीब 24 लाख रुपये का था. पर 12 जुलाई को शिप उन्हें एक अंजान शहर में छोड़कर चली गई.
यात्रियों ने कैचिकन (Katchikan) नामक एक छोटे से शहर को देखा, जहां वे लंबरजैक शो देख रहे थे। जब शिप पर लौटने की बारी आई, उनके टूर ऑपरेटर ने सिर्फ लोगों के सिर गिने और टिकट नहीं चेक किए, इसलिए उन्हें शहर से पोर्ट तक जानी वाली शटल में जगह नहीं होने का हवाला देकर चढ़ने नहीं दिया गया। उन्हें बताया गया कि शटल वापस आ जाएगा और वे उसमें फिर से बैठ जाएंगे। लेकिन वह सिर्फ वापस नहीं आई।
परिवार को हुई काफी समस्या
जैसे-तैसे कर के वो पोर्ट तक पहुंचे, तो उन्हें नजर आया कि उनकी शिप पोर्ट से जा चुकी है. शिप पर उनकी दवाएं भी थीं जो चली गई थीं. इसके बाद उन्होंने रेस्क्यू के लिए मदद मांगी. तब अमेरिकी कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन पैसेंजर वेसल सर्विस एक्ट ने उनके ऊपर शिप छोड़ने का जुर्माना लगा दिया जो करीब 7 लाख रुपये से ज्यादा हुआ. दरअसल, उनकी यात्रा के दौरान उन्हें कनाडा के पोर्ट से शिप पकड़नी थी, जो विदेश है. वो इस वजह से क्योंकि उनके पासपोर्ट भी उसी शिप में थे, जिसने उन्हें छोड़ दिया था. चूंकि, वो कनाडा नहीं जा पाए, इस वजह से उन्हें उसकी फीस चुकानी पड़ी. यही नहीं, वहां से उन्हें अपने लिए रहने-खाने की व्यवस्था करनी पड़ी और घर जाने का भी जुगाड़ देखना पड़ा. अब कंपनी की ओर से भरोसा दिलाया गया है कि एक लोकल टूर ऑपरेटर की वजह से ऐसा हुआ है, इस वजह से उन्हें उनका रिफंड मिल जाएगा और जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई होगी. आगे जाकर 9 लोगों के इस परिवार को 20 पर्सेंट की छूट भी मिलेगी.