मिस वर्ल्ड, मिस यूनिवर्स जैसी कई सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले एक देश ने अपने देश में ये प्रतियोगिता अब बंद करने का फैसला लिया है। ये देश है नीदरलैंड। नीदरलैंड ने मिस नीदरलैंड (Miss Netherlands) सौंदर्य प्रतियोगिता को 35 सालों के बाद खत्म करने का फैसला लिया है। लेकिन आखिर नीदरलैंड (Netherlands) ने ये फैसला क्यों लिया है, इस सवाल का जवाब जानकर आपको अपने मन और दिमाग में एक शांति का अहसास होगा। क्योंकि इसका कारण भी यही है।
क्यों लिया बंद करने का फैसला
मिस नीदरलैंड के आयोजकों ने बीते गुरुवार को कहा है, ‘अब देश में कोई पेजेंट (सौंदर्य प्रतियोगिता) नहीं, बल्कि प्रेरणादायी कहानियां होंगी। कोई पोशाकें नहीं, बल्कि जीवन में आने वाले सपने होंगे। समय बदल गया है और हम भी समय के साथ बदल रहे हैं।’
सुंदरता के बदलने होंगे पैमाने
दरअसल, मिस नीदरलैंड प्रतियोगिता को अब मेंटल हेल्थ से जुड़े मुद्दों से निपटने और सक्सेस स्टोरीज साझा करने के लिए एक नए मंच में तब्दील किया जा रहा है। मिस नीदरलैंड की निर्देशक मोनिका वान ई ने ‘नो लॉन्गर ऑफ दिस टाइम’ नामक नया प्लेटफॉर्म बनाया है। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य सफल महिलाओं की कहानियों को साझा करना है साथ ही उन महिलाओं की कहानियों को भी साझा करना है जो सोशल मीडिया और अवास्तविक सौंदर्य मानकों से जूझ रही हैं।