बिलासपुर के सिम्स अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में एक बड़ा मामला सामने आया है। मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. पंकज टेम्भूर्णीकर के खिलाफ जूनियर महिला डॉक्टर ने छेड़छाड़ और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में सिटी कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, जिससे पूरे सिम्स में हड़कंप मच गया है।
8 महीने से हो रहा था उत्पीड़न, नहीं मिली सुनवाई
पीड़िता, जो कि एक पोस्ट ग्रेजुएट रेसीडेंट डॉक्टर हैं, ने शिकायत में बताया कि पिछले आठ महीनों से उन्हें एचओडी द्वारा परेशान किया जा रहा था। उन्होंने अनुचित व्यवहार, अश्लील हरकतें और अनुचित स्पर्श का आरोप लगाया है। पहले उन्होंने कॉलेज प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जब मामला बढ़ा तो इसे विशाखा समिति को सौंपा गया, लेकिन वहां भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
डॉक्टर्स फेडरेशन और सीएम तक पहुंचा मामला
पीड़िता ने डॉक्टर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष को भी पत्र लिखकर न्याय की मांग की। इसके बाद डॉक्टर्स फेडरेशन ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से अपील की। दबाव बढ़ने के बाद सिम्स प्रशासन ने डॉ. टेम्भूर्णीकर को परीक्षा कार्य से हटा दिया
आगे पढ़ेपुलिस जांच में जुटी, आगे होगी कड़ी कार्रवाई
सिटी कोतवाली थाना प्रभारी विवेक पांडेय ने बताया कि महिला डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर एचओडी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 351, 74 और 78 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सिम्स अस्पताल में एक और विवाद, पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
सिम्स अस्पताल पहले भी महिला डॉक्टरों और स्टाफ के उत्पीड़न के मामलों को लेकर सुर्खियों में रहा है। यह नया मामला सिम्स प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि पुलिस जांच के बाद आरोपी के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं।
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