हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में किडनी शामिल है। यह खून को फिल्टर करने और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने का काम करती है। लेकिन अगर किडनी की सेहत बिगड़ने लगे, तो शुरुआती चरण में इसके लक्षण नजर नहीं आते। कई बार खराब लाइफस्टाइल, कुछ दवाओं और बीमारियों की वजह से किडनी डैमेज होने लगती है। जब तक इसके लक्षण सामने आते हैं, तब तक किडनी को काफी नुकसान हो चुका होता है।
किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण
बार-बार पेशाब आना: खासतौर पर रात में अधिक बार टॉयलेट जाना किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है।
पेशाब में खून: यदि यूरिन में ब्लड आने लगे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
शरीर में सूजन: टखनों, पैरों और चेहरे पर सूजन आना किडनी फेलियर का लक्षण हो सकता है।
थकान और कमजोरी: शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने से कमजोरी और थकान बनी रहती है।
हाई ब्लड प्रेशर: किडनी ब्लड प्रेशर कंट्रोल करती है, लेकिन जब इसका फंक्शन खराब होता है तो बीपी बढ़ने लगता है।
किडनी डैमेज के अन्य लक्षण
➡ पीठ दर्द लगातार बना रहता है।
➡ भूख कम लगना और स्वाद में बदलाव आना।
➡ ड्राई स्किन और खुजली का बढ़ना।
➡ मतली और उल्टी जैसा महसूस होना।
➡ ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होना।
समय पर इलाज है जरूरी
विशेषज्ञों के अनुसार, किडनी खराब होने की शुरुआत में ही यदि लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो सही खानपान और दवाइयों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।