छत्तीसगढ़ के बस्तर में पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। पुलिस ने कांग्रेस नेता और ठेकेदार सुरेश चंद्रकार को मुख्य आरोपी मानते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य आरोपी की तलाश में चार टीमें लगाई गई हैं।
उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस घटना को “भयानक और दर्दनाक” बताते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहन जांच के लिए आईपीएस मयंक गुर्जर की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है।
SIT जांच और त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने सुरेश चंद्रकार के तीन बैंक खातों को सील कर दिया है और आरोप-पत्र को तीन से चार सप्ताह में अदालत में प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया है। साथ ही, मामले में त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने का प्रयास होगा।
मुकेश चंद्रकार: एक जाबांज रिपोर्टर
मुकेश चंद्रकार को उनकी नक्सल गतिविधियों पर बेबाक रिपोर्टिंग और नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के तरीकों पर गहन लेखनी के लिए जाना जाता था। गृहमंत्री शर्मा ने कहा, “मुकेश ने बस्तर में लाल आतंक और नक्सलिज्म को समाप्त करने के लिए उल्लेखनीय काम किया।”
पत्रकारों की सुरक्षा पर चिंता
मुकेश चंद्रकार की हत्या ने संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में काम करने वाले पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्रकारिता जगत इस हत्या से शोकाकुल है और न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार पर यह जिम्मेदारी है कि वह इस संवेदनशील मामले में निष्पक्षता और तत्परता से न्याय सुनिश्चित करे।