छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी हो सकती है, क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया है कि घोटाले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी उनके खिलाफ मिली है। ईडी ने कवासी लखमा को पूछताछ के लिए समन भेजा है और उनसे संपत्ति की जानकारी देने के लिए 2 जनवरी तक का समय दिया था।
ईडी ने 28 दिसंबर 2024 को रायपुर, धमतरी, और सुकमा जिलों में सात स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जिसमें वे घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद करने में सफल रहे। ईडी के अनुसार, कवासी लखमा ने इस घोटाले में हर महीने पीओसी से कमीशन प्राप्त किया था। इस मामले में कई वरिष्ठ अधिकारी और नेता जेल में बंद हैं, और घोटाले का कुल मूल्य 2,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।
कवासी लखमा ने मीडिया से कहा था कि उन्हें घोटाले के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और उन्होंने हमेशा अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। हालांकि, ईडी की कार्रवाई के बाद उनकी गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।