fbpx

Total Users- 600,158

Total Users- 600,158

Friday, December 27, 2024

मलेशिया में बैठे बदमाश ने फेसबुक पर लिखा… ‘काम करना है तो देनी होगी रंगदारी’, रायपुर में हुई फायरिंग

रायपुर के कारोबारी के दफ्तर के बाहर फायरिंग मामले में कथित तौर मलेशिया में बैठे गैंगस्टर मयंक सिंह ने इंटरनेट मीडिया में पोस्ट कर ली है। उसने अपने पोस्ट में जेल में बंद झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू को लेकर भी पोस्ट किया है। उसने कहा है कि, वह एक गैंग के भरोसे काम नहीं करता है। झारखंड में अगर काम करना है तो रंगदारी देनी होगी।

रायपुर। रायपुर शहर में दो नकाबपोश शूटर्स ने झारखंड में सड़क बना रहे कारोबारी को डराने के लिए तेलीबांधा में उनके दफ्तर के बाहर फायरिंग की। इसके बाद वहां से बाइक से भागे और फिर रास्ते में उसे छोड़ ऑटो रिक्शा में बैठ गए। ऑटो से वो 12 से साढे 12 के बीच स्टेशन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपने कपड़े भी बदल लिए थे।

शूटर्स ने स्टेशन के बाहर पहुंचकर सबसे पहले चाय-सिगरेट पी। इसके बाद पास की मोबाइल दुकान से फोन खरीदा। कुछ देर बाद स्टेशन के अंदर गए। अंदर से दोनों दिल्ली जाने वाली ट्रेन में बैठकर रवाना हो गए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अब शूटरों की तलाश में जुट गई है। इनकी तलाश के लिए पांच टीम बनाई गई हैं।

शूटरों का प्लान पहले से तैयार था। वे शूटआउट करने के बाद बाइक से भागते तो पकड़े जाते। इस वहज से रास्ते में ही बाइक छोड़ दी। इसके बाद ऑटो में बैठकर अपना रास्ता बदला। पुलिस को चकमा देने शूटरों ने चार से पांच ऑटो भी बदले। एक से दो किमी दूरी के बाद वह लगातार ऑटो बदलते रहे। एक घंटे के अंदर उन्हें शहर छोड़ देना था। स्टेशन उनके लिए सबसे आसान रास्ता था। इस बीच ट्रेन देर से होने से इन्होंने अपना रास्ता बदल दिया।

एक दिन पहले भी आए थे स्टेशन

मिली जानकारी के अनुसार शूटर एक दिन पहले भी कारोबारी के दफ्तर के सामने से निकले। इसके बाद भागने का रूट तय किया। वहीं यह भी देखा कि स्टेशन आने में कितना समय लगेगा। स्टेशन के बाहर रूके भी थे। पूरी प्लानिंग करने के बाद वह आसानी से फरार हो गए।

घटना के फायरिंग का सीसीटीवी सामने आया है। वहीं पुलिस ने रविवार को घटना का रिक्रीएट करवाया। इसके बाद सभी बिंदुओं पर जांच की। फारेंसिक की टीम भी जांच करने पहुंची थी। वहां से गोली के खोखो जब्त किए गए हैं।

More Topics

“समझें सामंतवाद का उत्थान और इसके ऐतिहासिक प्रभाव”

सामंतवाद का उदय भारत में 6वीं से 8वीं शताब्दी...

“जानें हिजरी संवत के ऐतिहासिक महत्व और इसके शुरू होने की तारीख”

हिजरी संवत (हिजरी कैलेंडर) इस्लामिक कैलेंडर है, जो पैगंबर...

Follow us on Whatsapp

Stay informed with the latest news! Follow our WhatsApp channel to get instant updates directly on your phone.

इसे भी पढ़े