कांकेर जिले के छोटेबेठिया इलाके में हुए सुरक्षा बल के साथ हुए मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली की शिनाख्ती रीता मड़ियाम के रूप में की गई है जो कि बीजापुर जिले के मनकेली गांव की रहने वाली बताई जा रही है। महिला नक्सली जिस पीएलजीए मिलिट्री कंपनी की सदस्य है। यह उत्तर बस्तर में नक्सलियों का एक लड़ाकू दस्ता है।
पुलिस और नक्सलियों के बीच छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटेबेठिया थाना क्षेत्र से 12 किमी दूर ग्राम बिनागुंडा के जंगल में झड़प हुई। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर सर्चिंग की। उस समय टीम ने एक महिला नक्सली रीता मड़ियाम (आठ लाख की इनामी), एक 303 और 315 बोर रायफल, भारी मात्रा में हथियार और अन्य नक्सल सामग्री बरामद की। कांकेर डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, बीएसएफ 30 और 94वीं वाहिनी के जवान इस संयुक्त आपरेशन में भाग लिया।
मिली जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में सभी जवान सुरक्षित है। पुलिस जवानों द्वारा सर्च अभियान जारी है। प्राथमिक शिनाख्ती कार्रवाई के आधार पर मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली पीएलजीए कंपनी नंबर पांच की बताई जा रही है। विस्तृत रूप से शिनाख्ती कार्रवाई सुरक्षा बलों के कैंप वापसी उपरांत होगी। इस घटना की पुष्टि एसपी आईके एलिसेला द्वारा किया गया है।
बैकफुट पर नक्सली
16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे बड़ी नक्सली कार्रवाई हुई थी, जिसमें 29 नक्सली मारे गए थे, जो कि हापाटोला का जंगल था। नौ जुलाई को जिला पुलिस बल, बस्तर फाइटर्स व बीएसएफ की संयुक्त टीम ने जो कार्रवाई की है वो पिछली बार हुई नक्सली घटना से एक किमी दूर बिनागुंडा का जंगल है। जवान लगातार इस क्षेत्र में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है। और नक्सलियों को पीछे धकलने में सफलता मिल रही है।
नदी नाले व जंगलों को पार करना भी जवानों के लिए चुनौती
मानसून का समय है। यह क्षेत्र घनघोर जंगल से घिरा हुआ है। साथ ही नारायणपुर का अबूझमाड़ क्षेत्र भी है। जवान नदी नाले पार कर ऑपरेशन को अंजाम तो दे ही रहे है। जवानों के लिए नक्सली चुनौती तो है ही जंगल व नदियों को पार करना भी एक बड़ी चुनौती है।