धनतेरस हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो दीपावली महापर्व की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से व्यापारियों और गृहस्थों के लिए महत्वपूर्ण होता है, और इसे भगवान धन्वंतरि और कुबेर की पूजा के दिन के रूप में मनाया जाता है। धनतेरस पर किए गए कार्यों का धार्मिक और सांसारिक लाभ माना जाता है। इस दिन क्या करना चाहिए, इसके बारे में संपूर्ण जानकारी इस प्रकार है:
1. धन्वंतरि पूजा
धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जो आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं। वे स्वास्थ्य, समृद्धि और लंबी उम्र के देवता हैं।
- पूजा करते समय दीपक और धूप का प्रयोग करें।
- धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और उन्हें कपूर, चंदन, फूल, फल, मिठाई और नारियल अर्पित करें।
- इस दिन विशेष रूप से ताम्बे के बर्तन, धातु, और आभूषण खरीदने की परंपरा है।
2. कुबेर पूजा
कुबेर भगवान की पूजा भी धनतेरस पर की जाती है, जिन्हें धन और समृद्धि के देवता माना जाता है।
- घर के मुख्य दरवाजे पर दीपक रखें ताकि समृद्धि का वास हो।
- कुबेर के चित्र या मूर्ति की पूजा कर, उन्हें लक्ष्मी के साथ पूजन सामग्री अर्पित करें।
- इस दिन घर में लक्ष्मी का वास सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता और सौंदर्य पर ध्यान दें।
3. धातु और आभूषण खरीदना
धनतेरस पर सोना, चांदी, तांबा और अन्य धातुओं के बर्तन या आभूषण खरीदने की परंपरा है। इसे समृद्धि और सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है।
- नए आभूषण या बर्तन खरीदकर उन्हें घर में रखें।
4. स्वच्छता और घर की सजावट
धनतेरस पर घर की सफाई और सजावट महत्वपूर्ण मानी जाती है।
- घर के प्रत्येक कोने को अच्छे से साफ करें।
- दीप जलाएं और रंग-बिरंगे रांगोली बनाएं।
- घर के दरवाजों और खिड़कियों को सजाकर सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करें।
5. मिठाई और नंदनी व्रत
- इस दिन मिठाई खाएं और परिवार के सभी सदस्य एक साथ भोजन करें।
- नंदनी व्रत का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें महिलाएं व्रत करती हैं और उपवास रखती हैं, ताकि घर में समृद्धि का वास हो।
6. धनतेरस पर दान पुण्य
इस दिन दान देने का विशेष महत्व है। गरीबों को वस्त्र, अनाज, और पैसे दान करने से पुण्य मिलता है।
- जरूरतमंदों को खीर, चूड़ी, बर्तन, या वस्त्र दान करें।
7. व्यापारिक लाभ के लिए पूजा
व्यापारी वर्ग के लोग अपने व्यापार में समृद्धि के लिए धनतेरस के दिन पूजा करते हैं। वे अपने खाता-बही को शुरू करने के लिए इस दिन का चयन करते हैं।
8. व्रत और उपवासी रहना
धनतेरस पर विशेष रूप से उपवासी रहने की परंपरा है, ताकि घर में सुख-शांति बनी रहे। महिलाएं खास तौर पर इस दिन उपवासी रहती हैं।
धनतेरस पर यह सभी कार्य करने से न केवल धार्मिक लाभ होता है, बल्कि घर में सुख, समृद्धि, और स्वास्थ्य की प्राप्ति भी होती है।