उड़द की दाल दान करने से मिलते हैं अद्भुत लाभ, जानें इसके धार्मिक और स्वास्थ्य संबंधी फायदे
धर्म और आस्था के अनुसार उड़द की दाल का दान विशेष रूप से शनिदेव और राहु-केतु की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति जीवन में बाधाओं और कष्टों का सामना कर रहा है, उसे शनिवार के दिन उड़द की दाल का दान करना चाहिए। यह दान न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है बल्कि भाग्य को भी उज्ज्वल बनाता है।
उड़द दान के धार्मिक लाभ:
- शनि दोष से मुक्ति – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष होता है, उन्हें शनिवार के दिन उड़द की दाल का दान करने से राहत मिलती है।
- राहु-केतु के प्रभाव में कमी – राहु-केतु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए उड़द दान करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
- कर्ज से छुटकारा – यदि कोई व्यक्ति कर्ज से परेशान है, तो शनिवार को उड़द की दाल के साथ सरसों का तेल और काले तिल दान करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि – उड़द की दाल का दान करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
स्वास्थ्य लाभ भी हैं खास:
उड़द की दाल केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी होती है। इसमें प्रोटीन, आयरन और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देते हैं। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है और हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होती है।
दान करने का सही तरीका:
- शनिवार को स्नान करने के बाद उड़द की दाल को काले वस्त्र में बांधकर किसी जरूरतमंद व्यक्ति, गरीब या मंदिर में दान करें।
- दान के समय “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।
- यदि आर्थिक परेशानियां अधिक हैं तो उड़द की दाल के साथ गुड़, काले तिल और सरसों का तेल भी दान करें।
निष्कर्ष
उड़द की दाल का दान करने से शनि ग्रह की शांति होती है, भाग्य में वृद्धि होती है और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही, इसका स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए, इसे सही विधि से दान कर अपने जीवन में खुशहाली लाने का प्रयास करें।