यदि आप अपनी ज़िन्दगी का असली मकसद जानना चाहते हैं तो पहले अपने आपको सिखाये गए सभी व्यर्थ के मकसदों को अपने दिमाग से निकलना होगा .
एक मार्शल आर्टिस्ट ने ब्रूस ली से कहा कि तुम मार्शल आर्ट्स के बारे में जो कुछ भी जानते हो मुझे सिखा दो . ब्रूस ली ने पानी से भरे दो कप लिए और कहा ‘ पहला कप मार्शल आर्ट्स के बारे में जो भी तुम्हारा ज्ञान है उसे दर्शाता है , दूसरा कप मार्शल आर्ट्स के बारे में मेरे ज्ञान को दर्शाता है . अगर तुम अपना कप मेरे ज्ञान से भरना चाहते हो तो पहले तुम्हे अपने कप का ज्ञान खाली करना होगा ‘. सचमुच यह कितनी अद्भुत बात है .
हम अपने बारे में इतनी धारणाएं बना लेते हैं कि असल में बिलकुल अंदर हमारी वास्तविक इच्छा क्या है , यह भूल जाते हैं . मैंने यह पाया है कि जब हम खुद से पूछते हैं कि वास्तव में हम क्या चाहते हैं ? तो खुद को भ्रमित करने वाला उत्तर देते हैं जोकि नैतिकता के आधार पर बेहद अच्छा होता है . जैसे कि कोई कहता है विश्व कल्याण, विश्व को बेहतर बनाना, कमज़ोरों की मदद करना , प्रेम और दया का सन्देश फैलाना , देश और समाज की सेवा करना इत्यादि इत्यादि . हो सकता है कि एकाध व्यक्ति सचमुच इन आत्म बलिदान की राह अपना ले परन्तु अधिकतर लोग ऐसा नहीं कर सकते. फिर कम से कम स्वयं को तो सच्चाई का भान कराना चाहिए. कोई खुद से यह कहता है कि मैं बेहद रईस बन सभी आराम के साधनो का उपभोग करना चाहता हूं . यह बात सचमुच सही हो सकती है. कोई यह चाहे कि उसका शौक ही उसका व्यापार बने , कोई अपने बच्चों को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता रखता हो. आप भी सोचें और जितने समझ में आएं उतने , अपने उद्देश्यों को लिखें. बाद में बैठ कर बार-बार विश्लेषण करें . आपकी आंखों के सामने से धुंधलका हट जाएगा , आपको आज की अपनी प्राथमिकता पता चल जाएंगी . यह अभ्यास आप हर साल कर , अपने उद्देश्यों में परिवर्तन और अंततः पुष्टि कर सकते हैं . स्पष्टता बढ़ने से आपके जीवन में बेहद सुकून बढ़ेगा. जान लीजिये ,हमारे सपनो का हमारी पढ़ाई या दुनिया की आशाओं से से वास्ता नहीं रहता है.
आपको ३ इडियट का फरहान (माधवन ) तो याद होगा ही . उसने अपने पिता की इच्छा पूरी करते हुए इंजीनियरिंग तो ज्वाइन कर ली पर रैंचो के मोटिवेशन ने फायनली उसे अपने दिल का काम करने की हिम्मत दे डाली और वो एक प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर बन जाता है . अपने सपनो को साकार करने का एक ही तरीका है कि आप वो करें जिसे आप सच-मुच एक बड़ा काम समझते हों. और बड़ा काम करने का एक ही तरीका है कि आप वो करें जो करना आप दिल से एन्जॉय करते हों.
इंजी. मधुर चितलांग्या , संपादक
दैनिक पूरब टाइम्स