मैं वही सपने देखता हूं जिन्हें खुद पूरा कर सकूं ..
वैसी इच्छाएं रखता हूं जिनपर पूरा दम भर सकूं ..
साथियों , हम जीवन में बहुत से सपने देखते हैं परन्तु उसे पूरा करने की दिशा में कुछ नहीं करते तो वे पूरे कैसे होंगे ? जीवन में ऐसी अनेक कहानियां सुनने में आती हैं जो हमारी सोच को एक नई दिशा देती है . जब भी हमें ऐसी कोई बात सुनने आये तो उसपर मनन करें क्योंकि हमारे विचार ही हमारी ज़िंदगी को बनाते , बढ़ाते या बिगाड़ते हैं.
एक कॉलेज के लड़के पास होकर अपनी प्रोफेशनल ज़िंदगी में प्रवेश करने वाले थे . तभी उनके प्रोफ़ेसर ने उनके सामने एक टेस्ट रखा और कहा कि इस टेस्ट से आगे आने वाले जीवन में सफलता का आंकलन किया जा सकेगा . टेस्ट पेपर तीन कैटेगरी का था. पहले पेपर सेट में कठिन सवाल था . उसके सवाल को हल करने पर 100 नंबर थे. दूसरे पेपर सेट का सवाल सरल था परन्तु जवाब पर 80 नंबर थे . तीसरे सेट का सवाल एकदम सरल था परन्तु सवाल के जवाब में 60 अंक थे . प्रोफ़ेसर ने सभी लड़कों को अपने हिसाब से प्रश्नपत्र के सेट चुनने कहा. वे सबसे कहते थे कि सबसे कठिन सेट पर कोशिश कर सकते हैं. लड़कों ने अलग-अलग सेट चुने . रिज़ल्ट में उन्होंने देखा कि प्रोफ़ेसर ने कठिन सवाल वाले ग्रुप के सभी लड़कों को ए ग्रेड दिया , सरल वालों को बी ग्रेड और सबसे सरल वालों को सी ग्रेड दिया . ऐसा क्यों किया , एक छात्र ने प्रोफ़ेसर से सवाल पूछा . प्रोफ़ेसर ने जवाब दिया , जीवन में जो बड़ी सफलता के लिए कठिन स्थिति का सामना करने तैयार रहेगा वह सबसे ज़्यादा सफल होगा और जो परीक्षा की घड़ी में में सबसे सरल रास्ते से बुचकना चाहेगा, वह सबसे कम सफल होगा . कितनी ज़बरदस्त बात है यह . आप ,बड़ी सफलता, बड़े सपने पूरे करने के लिए, अपने जीवन में आने वाली कठिनाई का सामना पूरी शिद्दत और दम के साथ करेंगे, इसी सद्भावना के साथ यह अंक समर्पित …
इंजी. मधुर चितलांग्या, संपादक
दैनिक पूरब टाइम्स