शॉपिंग करना बहुत आसान काम है , जो कोई भी कर सकता है। लेकिन बात जब स्मार्ट शॉपिंग की आए , तो ऐसा सिर्फ स्मार्ट लोग ही इसे कर सकते हैं। आइए , हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे टिप्स , जिन्हें अपना आप भी ग्रॉसरी के मामले में स्मार्ट कस्टमर बन सकते हैं :
होमवर्क
शॉपिंग के लिए सुपर मार्केट जाने से पहले अगर आप थोड़ी प्लानिंग कर लें , तो इससे आप सस्ती शॉपिंग करने के साथ बिना वजह का सामान लाने से बच सकते हैं। सबसे पहले किचन पर नजर डाल लें कि आपको राशन में क्या चाहिए। अपनी पूरी लिस्ट तैयार करने के बाद पिछली बार की शॉपिंग के दौरान मिले गिफ्ट और डिस्काउंट कूपन निकाल कर चेक कर लें कि आप किनका इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही , न्यूजपेपर और सर्कुलर्स में बेस्ट ऑफर व डील के बारे में भी जान लें।
राइट स्टोर
बेसिक ग्रोसरी के लिए आजकल तमाम स्टोर्स बेहतरीन प्रॉडक्ट को कम प्राइस और गिफ्ट स्कीम के साथ बेच रहे हैं। कोशिश करें कि आप भी अपनी शॉपिंग के लिए इसी तरह का एक स्टोर सिलेक्ट कर लें। और अगर आप ये चीजें बल्क में खरीदना चाहते हैं , तो फिर वेयर हाउस क्लब या सुपर स्टोर का रुख कर सकते हैं। कुछ आइटम किसी स्टोर पर बहुत महंगे , तो किसी पर बहुत सस्ते मिलते हैं। इसलिए इन आइटम्स को घूम – फिर कर खरीदने में ही फायदा है। हेल्थ और ब्यूटी प्रॉडक्ट्स खरीदने के लिए हमेशा नैशनल ड्रग्स स्टोर की चेन या सुपर स्टोर पर ही जाएं।
डिस्काउंट स्कीम
अगर आप तमाम कंपनियों द्वारा चलाई जा रही स्कीम का इस्तेमाल करना सीख जाएं , तो साल में हजारों रुपये की बचत आराम से कर सकते हैं। तमाम कंपनियां अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए डिस्काउंट कूपन , डिस्काउंट स्कीम और एक पर एक फ्री जैसे ऑफर लिमिटेड पीरियड के लिए चलाती हैं। अगर आप इनका सही इस्तेमाल करेंगे , तो आपका सालाना खर्च 10 पर्सेंट कम हो सकता है। साथ ही , किसी भी स्टोर में शॉपिंग करने के बाद खुद को वहां रजिस्टर कराना न भूलें। इससे आपको भविष्य में उस स्टोर द्वारा चलाए जा रहे ऑफर्स की जानकारी समय पर मिलती रहेगी।
स्टोर ब्रैंड
आजकल बड़े – बड़े स्टोर्स ने अपने पर्सनल बै्रंड्स के अलावा कुछ छोटे या बिना पहचान वाले बै्रंड्स का सामान भी रखना शुरू कर दिया है। हो सकता है कि आप सिर्फ बड़े बैं्रड का सामान खरीदने के आदी हों , लेकिन स्टोर पर रखे दूसरे बै्रंड्स को ट्राई करके देखने में कोई हर्ज नहीं है। कई बार इन बै्रंड्स के आइटम बड़े बै्रंड्स के मुकाबले सस्ते और बेहतर होते हैं। अगर इनमें से कोई प्रॉडक्ट आपके मन भा जाता है , तो आप सालाना करीब 40 पर्सेंट की बचत कर पाएंगे।
शॉपिंग लिमिट
अक्सर शॉपिंग से घर आने के बाद जब हम हिसाब मिलाते हैं , तो पता लगता है कि बजट के करीब डेढ़ गुना पैसा खर्च करने के बाद भी कुछ जरूरी चीजें छूट गई हैं। इस प्रॉब्लम से बचने के लिए बेहतर होगा कि आप अपने घर से ही लिमिटेड पैसा लेकर जाएं या फिर लिमिट तय कर लें कि आज इतने रुपये से ज्यादा शॉपिंग नहीं करनी हैं। अगर आप अपनी शॉपिंग लिस्ट को फॉलो करेंगे , तो फालतू की खरीदारी से बच जाएंगे।
पैनी नजर
स्टोर में खरीदारी करते वक्त पूरी तरह बेफ्रिक होकर सिर्फ स्टोर वालों पर ही भरोसा ना करें , बल्कि अपना दिमाग भी खुला रखें। किसी भी प्रॉडक्ट को पैकेज में खरीदने से पहले उस प्रॉडक्ट का रेट पता करें। प्रॉडक्ट के रेट उसकी शेल्फ पर लगे स्टिकर पर लिखे होते हैं। इस तरह न सिर्फ आप एक प्रॉडक्ट की दूसरे से कंपेयर कर पाएंगे , बल्कि उसकी एक्सपायरी डेट वगैरह भी चेक कर पाएंगे।
मार्केटिंग स्ट्रेटिजी
किसी खास प्रॉडक्ट को बेचने के लिए कंपनियां तरह – तरह की मार्केटिंग स्ट्रेटिजी अपनाती हैं। वे उन प्रॉडक्ट्स को ऐसी जगह लगाती हैं , जहां सबकी नजर पड़े और उनका काफी प्रचार भी करती हैं। अक्सर ग्राहक उनके चक्कर में फंस कर जरूरत न होने पर भी प्रॉडक्ट्स खरीद लेते हैं। इसलिए प्राइम लोकेशन पर रखे प्रॉडक्ट्स की बजाय थोड़ा कम महत्वपूर्ण जगहों पर रखे प्रॉडक्ट्स पर भी नजर डालें। कई बार यहां आपको सस्ते आइटम मिल सकते हैं।
लेबल रीडर
अगर आपने प्रॉडक्ट्स के लेबल को पढ़ने की आदत डाल ली है , तो आप एक अच्छे कस्टमर बन सकते हैं। दरअसल , प्रॉडक्ट पर उसके रेट , उसमें मौजूद वस्तुओं समेत ऑफर व स्कीम सबकी जानकारी दी होती है। इसके अलावा , इससे आपको अपनी जरूरत की चीजें भी मिल जाती हैं। मसलन अगर आपको वेट कम करना है , तो ‘ फेट फ्री ‘ और ‘ लाइट ‘ लेबल वाली चीजें तलाशें।
सावधान
शॉपिंग करने के बाद निश्चिंत न हो जाएं। सारा सामान खरीदने के बाद उसका बिल बनवाते वक्त भी सावधान रहना जरूरी है। इससे आपको दो फायदे होंगे। पहला तो कैशियर अलर्ट रहेगा और आपको कोई भी आइटम कम नहीं देगा। इसके अलावा , सामान को बैग में रखते वक्त भी आप चेक कर सकते हैं कि कोई आइटम डिफेक्टिड तो नहीं है या फिर किसी चीज के रेट ज्यादा तो नहीं लग गए हैं।
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