महिलाओं के लिए जरूरी है कि वह अपनी सेहत का भी ध्यान रखें. ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाएं सोचती हैं कि हल्के-फुल्के स्वास्थ्य संबंधी लक्षण सामान्य हैं और खुद ही ठीक हो जाएंगे, लेकिन यही लापरवाही आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है. ऐसे में महिलाओं को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अधिकतर महिलाएं अपनी थकान, तनाव, और शरीर में होने वाली हल्की परेशानियों को नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे वे कई तरह की बीमारियों की शिकार बन सकती हैं. आजकल देखा जा रहा है कि युवा लड़कियों और प्रेग्नेंट महिलाओं में एनीमिया (खून की कमी) की समस्या बहुत आम है, इसके पीछे मुख्य कारण आयरन और फोलिक एसिड की कमी है, जो महिलाओं में कमजोरी, चक्कर आना और थकान का कारण बनती है. महिलाओं में कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं यह एक चिंता का कारण है.
महिलाओं की मानसिक सेहत भी बिगड़ रही
बीते कुछ सालों से महिलाओं में पीसीओडी, थायरॉयड, जैसी बीमारियां बढ़ रही है. इससेकेवल शरीर पर ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है, जिससे डिप्रेशन और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं जैसे चिंता, डिप्रेशन और स्ट्रेस के मामले भी महिलाओं में तेजी से बढ़ रहे हैं. महिलाओं में हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत बढ़ रही है. गलत खानपान, व्यायाम की कमी से ऐसा हो रहा है.
महिलाएं खुद को सेहतमंद कैसे रखें?
संतुलित आहार लें और हरी सब्जियां खाएं. अपनी डाइट में फल, और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं. विटामिन्स और मिनरल्स शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है. बाहर के तले-भुने भोजन से बचें, क्योंकि यह मोटापे को बढ़ा सकता है. रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज करें. मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लें और जरूरत हो तो डॉक्टर की सलाह ले. जीवन में खुश रहना सीखें और तनाव को खुद पर हावी न होने दें. महिला दिवस के मौके पर महिलाएं अपने स्वास्थ्य के महत्व को समझें और उसे प्राथमिकता दें.