हाई बीपी, एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्तचाप सामान्य से ज़्यादा होता है। रक्तचाप, दिल से पंप होने वाले खून का दबाव होता है जो धमनियों की दीवारों पर पड़ता है। और धीरे-धीरे यह पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है। यदि समय पर इसका उपचार न किया जाए, तो यह हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इस लेख में हम हाई बीपी के लक्षण, कारण और इसे नियंत्रित करने के घरेलू उपचार के बारे में जानेंगे।
हाई बीपी के लक्षण
सिर में लगातार दर्द रहना।
अचानक खड़े होने पर चक्कर आना या बेहोशी।
दृष्टि धुंधली हो सकती है।
थोड़ी सी मेहनत पर ही थकान और कमजोरी महसूस करना।
सांस फूलना या सांस लेने में तकलीफ होना।
हाई बीपी के गंभीर मामलों में नाक से खून आ सकता है।
इन लक्षणों का अनुभव होते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हाई बीपी के कारण
हाई बीपी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि:
अनियमित खानपान व ज्यादा नमक और वसा युक्त भोजन का सेवन।
अधिक वजन के कारण रक्तचाप बढ़ता है।
मानसिक तनाव होना जिससे शरीर में हार्मोन का असंतुलन हो सकता है।
शराब पीने और धूम्रपान करने से हाई बीपी की संभावना बढ़ती है।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम न करना।
यदि परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप है तो इसकी संभावना बढ़ जाती है।
बीपी कंट्रोल करने के घरेलू उपाय (बीपी नार्मल करने के घरेलू उपाय)
हाई बीपी को घरेलू उपायों से नियंत्रित किया जा सकता है। यहां कुछ प्राकृतिक उपाय दिए जा रहे हैं:
लहसुन का सेवन
लहसुन हाई बीपी के लिए एक प्राकृतिक उपाय है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और रक्त को पतला करने वाले तत्व होते हैं। रोजाना एक-दो लहसुन की कली खाली पेट खाने से रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
मेथी के बीज
मेथी के बीज में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रक्तचाप को कम करने में सहायक होते हैं। मेथी के बीज को रात भर भिगोकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
आंवला
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है। रोजाना एक आंवला खाने से रक्तचाप में कमी हो सकती है।
धनिया और जीरा का पानी
एक गिलास पानी में एक चम्मच जीरा और धनिया मिलाकर रात भर के लिए रख दें। सुबह इस पानी को छानकर पीएं। यह हाई बीपी के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है।
अजवाइन और शहद
हाई बीपी के इलाज के लिए अजवाइन और शहद का मिश्रण भी काफी प्रभावी है। एक चम्मच अजवाइन पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम इसका सेवन करें।
तुलसी और नीम के पत्ते
तुलसी और नीम के पत्तों को खाली पेट चबाने से भी रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। इसमें प्राकृतिक तत्व होते हैं जो ब्लड प्रेशर को संतुलित करने में सहायक होते हैं।
घरेलू उपायों के साथ-साथ, जीवनशैली में बदलाव करना भी अत्यंत आवश्यक है:
नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
ध्यान और योग करें: मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान और योग का सहारा लें।
संतुलित आहार लें: नमक, चीनी और तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
भरपूर पानी पिएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखना आवश्यक है। पानी की कमी से रक्तचाप बढ़ सकता है।
हाई बीपी, यानी उच्च रक्तचाप, का इलाज सही खानपान, जीवनशैली में बदलाव और कुछ घरेलू उपायों से संभव है।
नोट : यदि लक्षण गंभीर हैं या लंबे समय से हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।