अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष जय शाह ने गुरुवार को ब्रिस्बेन 2032 ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की आयोजन समिति की सीईओ सिंडी हूक के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह मुलाकात क्रिकेट के ओलंपिक में शामिल होने के प्रयासों और भविष्य की योजनाओं पर केंद्रित रही।
जय शाह ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर इस बैठक की जानकारी साझा करते हुए लिखा, “ओलंपिक आंदोलन में क्रिकेट की भागीदारी के लिए यह बहुत ही रोमांचक समय है। आज ब्रिस्बेन में आयोजन समिति के साथ बैठक की।”
क्रिकेट की ओलंपिक में ऐतिहासिक वापसी
बैठक में 2028 में लॉस एंजेलिस ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किए जाने और 2032 के ओलंपिक कैलेंडर में इसे स्थायी रूप से स्थान देने की दिशा में चर्चा हुई। यह 1900 के ओलंपिक में क्रिकेट की एकमात्र उपस्थिति के बाद खेल की ऐतिहासिक वापसी को दर्शाता है।
जय शाह, जिन्होंने 1 दिसंबर 2024 को आईसीसी अध्यक्ष का पदभार संभाला, ने अपने पहले सार्वजनिक बयान में कहा, “हम क्रिकेट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं और इसके विकास को दुनिया भर के प्रशंसकों की आकांक्षाओं के अनुरूप बनाना चाहते हैं।”
ब्रिस्बेन 2032 ओलंपिक की तैयारियां
2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में होगी, जिसमें क्वींसलैंड के आसपास के कई सह-मेजबान शहर और मेलबर्न व सिडनी जैसे प्रतिष्ठित स्थल शामिल होंगे। ब्रिस्बेन 2032 ओलंपिक में 37 प्रस्तावित स्थलों पर 28 ओलंपिक और 22 पैरालंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा।
ओलंपिक में क्रिकेट की संभावनाएं
लॉस एंजेलिस 2028 में टी20 क्रिकेट के शामिल होने के बाद, आईसीसी का लक्ष्य इसे स्थायी रूप से ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनाना है। इस बैठक ने इन प्रयासों को और गति दी है। जय शाह और सिंडी हूक की चर्चा ने क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिष्ठित मंच पर लाने की उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए बड़ा कदम
क्रिकेट को ओलंपिक का हिस्सा बनाने की कोशिशें दुनियाभर के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए रोमांचक खबर हैं। यह कदम खेल को वैश्विक पहचान दिलाने और नए दर्शकों तक पहुंचाने में अहम साबित होगा।