अगर आपको लगता है कि दिल्ली और मुंबई में रहना महंगा है, तो जरा बेंगलुरु के हालात देखिए! देश की सिलिकॉन वैली में किराये के दाम इस कदर बढ़ चुके हैं कि यहां रहने के लिए आम आदमी को मोटी रकम चुकानी पड़ रही है। खासकर 1BHK मकानों की मांग इतनी ज्यादा है कि इनका किराया 30 हजार रुपये तक पहुंच चुका है, और इसके ऊपर मकान मालिक सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर लाखों रुपये एडवांस में मांग रहे हैं।
1BHK का किराया 30,000 रुपये तक, ऊपर से लाखों का एडवांस
बेंगलुरु में कोरमंगला, इंदिरानगर और एचएसआर लेआउट जैसे इलाकों में 1BHK फ्लैट का किराया 25,000 से 30,000 रुपये प्रति माह तक पहुंच चुका है। इनका साइज महज 300 से 550 वर्ग फुट के बीच होता है, लेकिन फिर भी इनकी भारी मांग है। इतना ही नहीं, मकान मालिक किराये के 6 से 10 गुना तक एडवांस सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर ले रहे हैं। यानी अगर किसी का किराया 25,000 रुपये है, तो उसे 2 लाख रुपये तक एडवांस देने पड़ सकते हैं।
आईटी हब होने के चलते बढ़ी कीमतें
बेंगलुरु में आईटी कंपनियों और स्टार्टअप्स का गढ़ होने के कारण यहां रहना महंगा होता जा रहा है। इंफोसिस, टीसीएस, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों के ऑफिस यहीं हैं, और इनके कर्मचारियों की ऊंची सैलरी के चलते मकान मालिक भी ज्यादा किराया वसूल रहे हैं। आईटी सेक्टर में काम करने वाले कई लोगों की सैलरी 50 लाख रुपये सालाना से ज्यादा होती है, जिससे मकान के किराये पर भी सीधा असर पड़ता है।
क्यों है 1BHK की सबसे ज्यादा डिमांड?
बेंगलुरु में ज्यादातर लोग अकेले या दोस्तों के साथ फ्लैट शेयर कर रहते हैं। यहां आईटी सेक्टर में नई नौकरी पाने वाले युवा, स्टूडेंट्स और स्टार्टअप फाउंडर्स की संख्या बहुत अधिक है। बड़े परिवारों के बजाय अकेले रहने वाले प्रोफेशनल्स की संख्या ज्यादा होने के कारण 1BHK मकानों की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे इनके किराये भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
रहने से पहले लगाना होगा बड़ा इन्वेस्टमेंट
अगर कोई नया किरायेदार बेंगलुरु में 1BHK लेना चाहता है, तो उसे पहले ही एक मोटी रकम जमा करनी होगी। मान लीजिए कि किसी फ्लैट का किराया 25,000 रुपये है और मकान मालिक 8 गुना सिक्योरिटी डिपॉजिट मांगता है, तो किरायेदार को शुरुआत में ही 2 लाख रुपये एडवांस देने होंगे। यानी केवल किराये पर रहने के लिए लोगों को भारी निवेश करना पड़ रहा है।
क्या बेंगलुरु में रहना अब आम आदमी के बस की बात नहीं?
बेंगलुरु में तेजी से बढ़ते किराये और एडवांस डिपॉजिट के कारण यहां रहना अब एक चुनौती बन चुका है। आईटी हब होने के कारण यहां की जीवनशैली पहले से ही महंगी थी, लेकिन अब किराये के दाम भी आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या भविष्य में यहां रहने के लिए केवल हाई इनकम ग्रुप के लोग ही सक्षम होंगे?