कौवों की बुद्धिमानी को लेकर पहले भी कई शोध हो चुके हैं, लेकिन जर्मनी के वैज्ञानिकों ने अब इसमें एक नया आयाम जोड़ दिया है। टुबिंजेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने हाल ही में अपने अध्ययन में पाया कि कौवे न केवल संख्या को पहचान सकते हैं, बल्कि वे इसे नियंत्रित ढंग से इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
कैसे हुआ यह अनोखा प्रयोग?
वैज्ञानिकों ने तीन कैरियन कौवों को विशेष प्रशिक्षण दिया, जिसमें उन्हें एक स्क्रीन पर 1 से 4 तक के दृश्य संकेत दिखाए जाते थे और उन्हें उसी संख्या में कांव करना होता था। श्रव्य संकेतों के आधार पर भी उन्हें सही संख्या में कांव करने की ट्रेनिंग दी गई। सही उत्तर देने पर उन्हें पुरस्कार के रूप में स्वादिष्ट भोजन दिया जाता था।
शोध में क्या निकला खास?
शोधकर्ताओं ने पाया कि कौवे अधिकतर बार सही संख्या में कांव कर रहे थे। दिलचस्प बात यह थी कि वे पहली कांव के आधार पर ही यह तय कर लेते थे कि उन्हें कितनी बार आवाज निकालनी है। इसका मतलब है कि यह कोई संयोग नहीं, बल्कि सचेत रूप से किया गया कार्य था। हालांकि, कभी-कभी वे गलती भी कर देते थे, लेकिन उनकी प्रतिक्रियाओं को देखकर अनुमान लगाया जा सकता था कि वे क्या करने वाले हैं।
क्या कौवे सच में गिनती कर सकते हैं?
यह कहना मुश्किल है कि कौवे सच में गिन सकते हैं या नहीं, क्योंकि इसके लिए उन्हें संख्याओं की गहरी समझ होनी चाहिए। लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि यह क्षमता मनुष्यों में संख्या कौशल के विकास को समझने में मदद कर सकती है। आगे के शोध इस रहस्य पर और रोशनी डाल सकते हैं।
निष्कर्ष:
यह अध्ययन दिखाता है कि कौवे केवल बुद्धिमान ही नहीं, बल्कि संख्याओं को लेकर एक संगठित सोच भी विकसित कर सकते हैं। यह खोज जीवों की संज्ञानात्मक क्षमताओं को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है।