फर्जी – ट्रैवल एजेंट विदेश जाने की इच्छुक गरीब महिलाओं को ठगी व धोखाधड़ी के जाल में फंसा रहे हैं। इसके लिए वह उनकी ही रिश्तेदार महिलाओं का ही सहारा ले रहे हैं। इस मामले में पंजाब सरकार ने एसआईटी बनाई थी। इस मामले की जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि विदेश जाने की इच्छुक गरीब महिलाओं को वर्क वीजा और मोटी सैलरी के सपने दिखाकर टूरिस्ट वीजा पर ओमान, सऊदी अरब, मस्कट जैसे देशों में भेजा गया।
वहां इनके पासपोर्ट और फोन जब्त कर इनसे नौकरों की तरह काम करवाया गया। उन्हें कांट्रैक्ट एफिडेबिट दिए गए जो अरबी भाषा में लिखे थे। ट्रैवल एजेंट के कहने पर उन्होंने साइन कर दिए थे। इसके बाद इन्हें वहां बंधक बनाकर रखा गया। फांसी युवती मदद मांगती है तो फर्जी ट्रैवल एजेंट कहते, या तो ढाई लाख रुपए दो या वापस आने के लिए अपनी जगह दो और युवतियों को विदेश भिजवाओ। ऐसे में युवती पंजाब में अपने रिश्तेदार या सहेलियों को फोन कर उसी एजेंट के पास भेज देती है।
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने राज्यसभा में बीते साल इस मामले को उठाया था । उन्होंने पंजाब व अन्य राज्यों से दो सालों में 125 युवतियों के लिए मंत्रालय व भारतीय दूतावास को पत्र लिख चुके हैं । 95 की वतन वापसी का रिकॉर्ड उनके पास है। दो युवतियों की टिकट का प्रबंध सीचेवाल ने खुद किया, जबकि बेटियों का एंबेसी द्वारा किया गया है। महिलाओं की वतन वापसी में अहम भूमिका निभाने वाले संत सीचेवाल से भास्कर ने जाना उन्हें छुड़ाने में क्या दिक्कतें आती हैं।