पड़ोसी देश बांग्लादेश में चल रहे तनाव के बीच, जहां कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि हिंदुओं पर हमला किया जा रहा है, उनके घर जलाए जा रहे हैं, महिलाओं का अपहरण किया जा रहा है और और अन्य हिंसक घटनाएं हो रही हैं। इस स्थिति को लेकर ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अगर भारत हमारे पड़ोस में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द खड़ा नहीं होता और कार्रवाई नहीं करता तो वह महान भारत नहीं बन सकता। सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर उन्होंने कहा, ”हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार सिर्फ #बांग्लादेश का आंतरिक मामला नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर हम खड़े नहीं होते हैं और अपने पड़ोस में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं करते हैं तो भारत महा-भारत नहीं हो सकता है। जो इस राष्ट्र का हिस्सा था वह दुर्भाग्य से पड़ोस बन गया, लेकिन इन चौंकाने वाले अत्याचारों से उन लोगों की रक्षा करना हमारी ज़िम्मेदारी है, जो वास्तव में इस सभ्यता के हैं। अल्पसंख्यकों की सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि अभी कुछ ही घंटे पहले ढाका में एक बांग्लादेशी हिंदू जादूगर राहुल आनंद के घर को उल्लंघनकर्ताओं ने आग लगा दी थी।