नई दिल्ली। किसान नेताओं ने एलान किया है कि वह 15 अगस्त को दिल्ली कूच करेंगे। इस दौरान क्रिमिनल लॉ की कॉपी भी जलाई जाएंगी। किसान मजदूर मोर्च और संयुक्त किसान मोर्चा ने कांस्टीस्ट्यूशन क्लब में बैठक की थी। उन्होंने एमएसपी सी 2+50 गारंटी कानून पर प्राइवेट बिल लाने की पुरानी मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि किसान सिंघू और शंभु बॉर्डर पर पहुंचकर समर्थन दें।
किसान नेताओं ने कहा कि किसान मजदूर के ऊपर जुल्म किया जा रहा है। सरकार जनरल डायर की तरह उन अधिकारियों को सम्मानित कर रही है, जिन्होंने आंदोलन के दौरान हम पर अत्याचार किए। उन्होंने कहा कि किसान संगठन मिलकर 1 अगस्त को मोदी सरकार की अर्थी को जलाएंगे। 15 अगस्त को पूरे देश में किसान एकत्रित होकर ट्रैक्टर मार्च करेंगे। इस दौरान क्रिमिनल लॉ की कॉपी जलाएंगे।
सितंबर महीने में होगी बड़ी रैली
किसान नेताओं ने कहा कि संभल और जिंद में किसान आंदोलन को लेकर एक बड़ी रैला का आयोजन होगा। इसमें अधिक से अधिक किसानों से पहुंचने की अपील की गई। पीपली में 22 सितंबर को आंदोलन किया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा के जगजीत सिंह डलेवाल ने कहा कि हम अपनी पुरानी मांग पर अडिग हैं। हमें एमएसपी पर गारंटी कानून चाहिए। हम इसको लिए बिना शांत नहीं बैठेंगे। सरकार ये झूठ बोल रही है कि इसको लागू होने से लाखों करोड़ रुपए का बोझ बढ़ जाएगा। तीन विशेषज्ञों से इस बारे में पूछा गया। उन्होंने सरकार के दावों को गलत बताया है। हम घोषणा करते हैं कि एक सितंबर को संभल (यूपी), 15 सितंबर को जींद (हरियाणा) और 22 सितंबर को पीपली (हरियाणा) में रैली होगी।