कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में सीबीआई दिन-रात काम कर रही है। आर जी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और महिला ट्रेनी डॉक्टर के चार साथियों का अब सीबीआई पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। सियालदह कोर्ट ने इसे मान्यता दी है। साथ ही आज सीबीआई टीम आरोपी संजय रॉय को न्यायालय में पेश करेगी। क्योंकि संजय अभी तक पॉलीग्राफ टेस्ट से सहमत नहीं हुआ है।
सीबीआई की पूछताछ में 8 और 9 अगस्त की रात का राज सामने नहीं आ पाया है। सीबीआई चाहती है कि सजंय रॉय, संदीप घोष और पीड़िता के साथ कत्ल की रात डिनर करनेवाले चार डॉक्टरों का पॉलीग्राफ टेस्ट हो। क्योंकि सीबीआई को लगता है कि ये किरदार अपनी पूछताछ में सच्चाई नहीं बता रहे हैं या कुछ सच छुपा रहे हैं, और घटना का सच बाहर निकलना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए शायद सीबीआई ने यह निर्णय लिया कि सभी को पॉलीग्राफ टेस्ट कराना चाहिए।
यानी संदीप घोष ने पिछले सात दिनों की पूछताछ में सीबीआई को दिए गए बयान स्पष्ट रूप से सीबीआई के गले नहीं उतर रहे हैं, और संदीप घोष ने शायद एक बड़ा राज अपने पक्ष में किया है।
मृत्यु की रात उन चार चिकित्सकों ने पीड़िता से क्या कहा? उन्होंने क्या खाया? खाने के बाद क्या हुआ? पीड़िता को भोजन करने के बाद क्या हुआ? वह चार चिकित्सक कहां गए? उस रात डिनर के बाद सभी एक दूसरे से कब मिले? सीबीआई इसे जानती है।
सीबीआई के लिए ये चार डॉक्टर महत्वपूर्ण हैं क्योंकि उन्होंने उस रात सिर्फ सजंय रॉय के अलावा पीड़िता को जिंदा देखा था। मुख्य आरोपी सजंय रॉय और उसके बयानों पर सीबीआई को शक है, हालांकि उन्होंने बड़ी आसानी से अपना अपराध स्वीकार कर लिया। सीबीआई उन चार डॉक्टरों के बयान लेने के बाद भी पूरा सच जानना चाहती है।