भारत सहित 100 से ज्यादा देशों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ने में अगले कुछ दशकों तक काफी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है और नई दिल्ली को इस उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए अमरीका की एक-चौथाई प्रति व्यक्ति आय तक पहुंचने में 75 वर्ष का समय लग सकता है। यह बात विश्व बैंक की रिपोर्ट के जरिए सामने आई है। विश्व विकास रिपोर्ट 2024 के अनुसार, चीन को अमरीकी प्रति व्यक्ति आय की एक-चौथाई तक पहुंचने में 10 साल से अधिक और इंडोनेशिया को लगभग 70 साल लगेंगे।
मध्यम आय वर्ग के देशों की आबादी करीब 6 अरब
भारत सहित 100 से अधिक देशों को अगले कुछ दशकों में उच्च आय वाला देश बनने में गंभीर बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2023 के अंत में विश्व बैंक ने 108 देशों को मध्यम आय वर्ग के रूप में वर्गीकृत किया था। इनकी प्रति व्यक्ति वार्षिक जीडीपी 1,136 अमेरिकी डॉलर से लेकर 13,845 अमेरिकी डॉलर के बीच थी। इन देशों में छह अरब लोग रहते हैं, जो वैश्विक आबादी का 75 प्रतिशत है। दुनिया में हर तीन में से दो लोग अत्यधिक गरीबी में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन देशों के लिए आगे की राह में कई चुनौतियां हैं।
इनमें तेजी से उम्रदराज हो रही जनसंख्या और बढ़ता कर्ज, तेज भू-राजनीतिक और व्यापार गतिरोध और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना आर्थिक प्रगति में मुश्किलें शामिल हैं। इन चुनौतियों के बावजूद मध्यम आय वाले कई देश अभी भी पिछली सदी की रणनीति पर चल रहे हैं और मुख्य रूप से निवेश बढ़ाने के लिए बनाई गई नीतियों पर निर्भर हैं। यह कार को पहले गियर में रखकर उसे तेज चलाने की कोशिश जैसा है। विश्व बैंक समूह के मुख्य अर्थशास्त्री और विकास अर्थशास्त्र के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंदरमीत गिल ने कहा कि अगर ये देश पुरानी रणनीति पर ही टिके रहते हैं, तो इनमें से ज्यादातर विकासशील देश इस सदी के मध्य तक समृद्ध समाज बनाने की दौड़ में पीछे रह जाएंगे।