
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत भविष्य में यूक्रेन और रूस के साथ और अधिक संपर्क रखेगा क्योंकि दोनों पक्षों से बातचीत करने वाले देशों का इस तरह का संपर्क उनके बीच संघर्ष को सुलझाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। जयंशकर का यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अगले माह यूक्रेन का दौरा करने की संभावना जताई जा रही है। जयशंकर ने कहा कि भारत का रुख यह रहा है कि संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकलेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि स्थिति को अपने तरीके से चलने देना तथा विश्व के अन्य भागों में होने वाली घटनाओं का इंतजार करना ताकि संकट को समाप्त करने के लिए कुछ मदद मिल सके, यह ‘भाग्यवादी’ दृष्टिकोण होगा। विदेश मंत्री ने जापान के राष्ट्रीय प्रेस क्लब में एक चर्चा सत्र के दौरान कहा, ‘‘हम मानते हैं कि हमें वहां अधिक सक्रिय होना चाहिए।” जयशंकर जापान के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। अगले महीने मोदी की संभावित कीव यात्रा की खबरों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, ‘‘मैं यथोचित रूप से उम्मीद कर सकता हूं कि हमारे और यूक्रेन के बीच तथा हमारे और रूस के बीच भी और अधिक संपर्क होंगे।” विदेश मंत्री ने कोई विशिष्ट उत्तर देने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘हम, किसी भी सरकार की तरह, सही समय पर सही माध्यमों से अपनी स्थिति स्पष्ट करते हैं।” जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन-रूस संघर्ष को समाप्त करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
