सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। इस दौरान महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और हरी चूड़ियां पहनती हैं ताकि उनके विवाहित जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहे।
हरी चूड़ियाें को प्रेम, समर्पण, सौभाग्य और मानसिक शांति का प्रतीक माना जाता है। इस महीने पति द्वारा पत्नी को चूड़ियां देने की प्रथा इस प्यार और रिश्ते को और भी मजबूत बनाने में मदद करती है।
सावन में हरी चूड़ियों का महत्व
हरी चूड़ियां सुहाग का प्रतीक होती हैं और महिलाएं इन्हें पहनकर अपने पति की लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली की कामना करती हैं। पति द्वारा पत्नी को चूड़ियां देना उनके बीच प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। यह जेस्चर यह दिखाता है कि पति अपनी पत्नी की खुशियों और इच्छाओं का ध्यान रखते हैं। यह माना जाता है कि पति द्वारा दी गई चूड़ियां पत्नी के जीवन में सौभाग्य और समृद्धि लाती हैं। यह एक धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथा है जो परिवार में खुशहाली और सौहार्द बनाए रखने का काम करती है।
जीवन में आती है सकारात्मकता
सावन के महीने में हरी चूड़ियों का महत्व न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से है, बल्कि इसका वास्तुशास्त्र में भी विशेष स्थान है। यह सकारात्मक ऊर्जा, आध्यात्मिक उन्नति, समृद्धि, संतुलन, और मानसिक शांति का प्रतीक है। हरी चूड़ियां पहनने से महिलाएं न केवल धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करती हैं, बल्कि अपने जीवन में सकारात्मकता और सुख-शांति को भी आमंत्रित करती हैं।
हरी चूड़ियों पहनने के लाभ
हरा रंग मन को शांत और संतुलित रखता है। हरी चूड़ियां पहनने से महिलाओं को मानसिक शांति मिलती है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, हरा रंग सकारात्मक ऊर्जा और शांति का प्रतीक होता है। हरी चूड़ियां पहनने से महिलाएं सकारात्मक ऊर्जा से भरी रहती हैं, जो उनके चारों ओर के वातावरण को भी सकारात्मक बनाता है।हरी चूड़ियों का उपयोग घर में समृद्धि और सुख-शांति बनाए रखने में मदद करता है।
स्वास्थ्य को भी मिलता है लाभ
वास्तु के अनुसार, हरा रंग संतुलन और हार्मोनी को बढ़ावा देता है। यह रंग प्रकृति में संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है और इसे पहनने से महिलाओं के जीवन में संतुलन और सामंजस्य आता है। हरा रंग दिल के चक्र (हार्ट चक्र) से जुड़ा होता है। हरी चूड़ियां पहनने से दिल का चक्र सक्रिय होता है, जिससे भावनात्मक संतुलन और प्रेम की भावना बढ़ती है।हरा रंग मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है। सावन के महीने में हरी चूड़ियां पहनने से महिलाएं मानसिक शांति और संतोष का अनुभव करती हैं।