कर्नाटक के उत्तर पूर्व सीईएन पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने कस्टम और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी बनकर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से 11 करोड़ रुपये की उगाही की। आरोपियों की पहचान करण, तरुण नैथानी और धवल शाह के रूप में हुई है।
मामला तब शुरू हुआ जब आरोपियों को जानकारी मिली कि शिकायतकर्ता के पास 12 करोड़ रुपये हैं। आरोपियों ने खुद को ईडी और कस्टम अधिकारी बताकर शिकायतकर्ता से संपर्क किया। उन्होंने उसे बताया कि उसके खाते में अवैध वित्तीय लेन-देन हुआ है और जांच के लिए उसके केवाईसी दस्तावेज मांगे।
आगे पढ़ेफिर आरोपियों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में फंसाने और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पैसे ट्रांसफर करने का दबाव डाला। एक महीने के भीतर, इंजीनियर ने नौ अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर कर दिए।
बाद में, इंजीनियर को एहसास हुआ कि उसे धोखा दिया गया है, और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बैंक ट्रांजैक्शन्स की जांच की, जिसमें यह पता चला कि 7.5 करोड़ रुपये सूरत के एक ज्वेलरी स्टोर के मालिक के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। सूरत में जांच करने पर यह भी पाया गया कि आरोपियों ने धोखाधड़ी से प्राप्त राशि का उपयोग सोने की खरीदारी में किया था।
इस मामले में अब पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है।
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