गेम टास्क पूरा करने के लिए एक किशोर ने 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना महाराष्ट्र के पुणे की है। 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक किशोर ने 14वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। किशोर ने यह कदम एक गेम का टास्क पूरा करने के लिए उठाया।
बता दें कि इस घटना की तुलना 2017 में प्रतिबंधित ब्लू व्हेल गेम से की जा रही है। ब्लू व्हेल गेम में खिलाड़ियों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया जाता था। पुलिस ने मृतक छात्र के कमरे से एक कागज बरामद किया है, जिस पर अपार्टमेंट और गैलरी से कूदने का टास्क बना हुआ है। कागज पर “लॉगआउट” भी लिखा हुआ मिला। पुलिस को गेम की कोडिंग भाषा में लिखे कई अन्य कागज भी मिले हैं।
फिलहाल पुलिस ने दुर्घटना का केस दर्ज कर गेम के बारे में जांच शुरू कर दी है। गेम के निर्माताओं और इसमें शामिल लोगों की पहचान के प्रयास जारी हैं। घटना 26 जुलाई की रात पिंपरी चिंचवाड़ के किवले इलाके में हुई। 15 साल का उमेश मां और छोटे भाई के साथ यहां रहता था। जबकि पिता नाइजीरिया में जॉब करते हैं। मां ने पुलिस को बताया कि बेटे को 6 महीने से गेम की लत थी। वो खाना-पीना भूलकर खुद को घंटों कमरे में बंद रखता था। अकेले बातें करता था। 25 जुलाई को रात को खाने के लिए बाहर आया और फिर अंदर चला गया। छोटे बेटे को बुखार था, इसलिए मै उसके पास थी। आधी रात बीती ही थी कि सोसायटी के वॉट्सएप ग्रुप पर मैसेज आया- एक बच्चा बिल्डिंग से गिर गया है। मैसेज पढ़कर मैं कमरे में गई, वहां उमेश नहीं था। फिर नीचे भागी, तो पार्किंग में उमेश खून से लथपथ पड़ा था।