यूक्रेनी सेना ने रूस को एक और बड़ा झटका दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेनी सेना ने रूस के सुद्जा शहर पर नियंत्रण कर लिया है। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यह पहली बार है जब रूस के इतने बड़े इलाके पर किसी विदेशी सेना ने कब्जा किया है। इससे पहले रूस के एक बड़े इलाके को सिर्फ हिटलर ने कब्जाया था। रूस का कुर्स्क शहर पहले ही यूक्रेनी सेना के कब्जे में है। यहां से 105 किलोमीटर दूरी सुद्जा शहर मौजूद है। यूक्रेनी मिलिट्री चीफ ऑलेक्जेंडर सिर्स्की ने कहा कि यूक्रेनी सैनिकों ने अपने हमले की शुरुआत के बाद से 1150 वर्ग किलोमीटर की जमीन और 82 बस्तियों पर कब्जा कर लिया है। सिर्स्की ने कहा कि उनकी सेना ने अपना एक ऑफिस भी यहां स्थापित किया है।
उन्होंने कहा कि नियंत्रित क्षेत्रों में आबादी की प्राथमिक जरूरतों को पूरा करने और कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुद्जा में एक सैन्य कमांडेंट का कार्यालय स्थापित किया गया है।रूसी गैस टर्मिनल के बगल में सुद्जा है। रूस इस स्थान से यूक्रेन के जरिए यूरोप तक गैस भेजता है। साल 2023 में, इस शहर से रूसी प्राकृतिक गैस का आधा हिस्सा यूरोप में चला गया था। वहीं इससे यूरोपीय संघ की कुल खपत का 5% निकलता है। इससे आशंका बढ़ी है कि यूक्रेन का लक्ष्य रूस की कमाई का एक बड़ा स्रोत भी नुकसान पहुंचाना है।
यूक्रेन में ज़मीनी घुसपैठ ने 76000 से अधिक रूसी लोगों को घर छोड़ने को मजबूर कर दिया है, जो रूस को फिर से गिरा दिया है। रूस अब यूक्रेन की जमीन लेने के बजाय उसे वापस पाने की कोशिश कर रहा है। बुधवार को युद्ध के सबसे बड़े हमले में चार रूसी एयरफील्ड्स पर यूक्रेनी ड्रोन ने हमला किया। सीएनएन ने बताया कि हमले में चार स्थानों को निशाना बनाया गया था: कुर्स्क और वोरोनिश के दक्षिण पश्चिमी हिस्सों और मॉस्को के पूर्व में निजनी नोवगोरोड। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने कुर्स्क और आसपास के क्षेत्रों में 117 बड़े ड्रोन और चार टैक्टिकल मिसाइलों को मार गिराया है।
यूक्रेन का हमला रूस के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी का कारण बन गया है। तो वहीं यह हमला दूसरे विश्वयुद्ध के बाद किसी विदेशी सेना का रूस पर पहला हमला है जो यूक्रेन की रणनीति में एक बड़ा बदलाव दिखाता है। सुद्जा में पहुंचे यूक्रेनी सैनिकों ने एक इमारत के झंडे फाड़े, जिसका वीडियो यूक्रेनी न्यूज चैनल पर दिखाया गया। उन्होंने यहां यूक्रेन की जय के नारे लगाए। यूक्रेन ने हमला करते हुए सिर्फ 8 दिनों में रूस की उतनी जमीन पर कब्जा कर लिया है, जितना आठ महीने में रूसी सेना ने किया था। रूस की धरती पर रविवार को यूक्रेनी झंडा फहराया गया।