ईरान (Iran) में मिसाइल लॉन्चरों की हलचल तेज होने के बाद अगले 48 घंटे इजरायल (Israel) पर भारी माने जा रहे हैं। इजराइल पर ईरानी हमले की आशंकाओं के बीच तेहरान मंगलवार को उड़ान सुरक्षा चेतावनी के तहत ‘नोटिस टू एयरमैन’ जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 7 और 8 अगस्त को पश्चिमी ईरान में गन- फाइरिंग की गतिविधियों का खतरा है। इसमें समुद्र तल से 12,000 फीट की ऊंचाई तक खतरे का क्षेत्र निर्धारित किया गया है। इसी के साथ जॉर्डन ने भी इसी तरह की चेतावनी जारी की है। इसको इजराइल पर ईरानी हमले का एक संकेत माना जा रहा है। वहीं, बदलते घटनाक्रम के मद्देनजर, दुनिया की बड़ी ताकतें हालात पर करीब से नजर रख रही हैं। रूसी सुरक्षा प्रमुख सर्गेई शोइगु ने जहां ईरान पहुंचकर जहां ईरानी राष्ट्रपति से मुलाकात की है वहीं अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी वाइट हाउस के वॉर रूम में पहुंचकर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में हालात का जाएजा लिया।बैठक में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस समेत अमरीका के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री भी मौजूद थे। बाइडने को इराक में मौजूद अमरीका के अल असद एयरबेस पर हमले की जानकारी भी दी गई, जिसमें 5 अमरीकी सैनिक घायल हुए। बाइडन को ईरान में मिसाइल लॉन्चरों की आवाजाही के साथ नए अंडरग्राउंड बेस के बारे में बताया गया। पर इस बारे में अधिक स्पष्टता नहीं थी कि हमला कब और कैसे होगा। इराक में अमरीकी सैन्य बेस पर हमला (इनसेट में) और ईरान के इजरायल पर हमले की आशंकाओं के मद्देनजर अमरीकी राष्ट्रपति ने सिचुएशन रूम में स्थिति का जाएजा लिया।
दो तरह के हमलों की आशंका
अमरीकी सुरक्षा परिषद की बैठक में राष्ट्रपति बाइडेन और वीपी हैरिस को बताया गया कि खुफिया एजेंसियों को इजरायल पर दो तरह के हमलों की आशंका है। एक हिजबुल्लाह की ओर से और दूसरा ईरान और उसके कई अन्य प्रॉक्सी संगठनों की ओर से। हालांकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि पहले हमला कौन करने जा रहा है और वे किस प्रकार का हमला करने जा रहे हैं। बैठक के बाद वाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि इराक में हमारे सैन्य बलों पर हमलों को देखते हुए उनकी रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही, हमारे कर्मियों पर किसी भी हमले का जवाब सही समय और सही स्थान पर देने के बारे में भी चर्चा हुई। बयान में यह भी कहा गया है कि वाइट हाउस चौबीसों घंटे यह प्रयास कर रहा है कि पश्चिम एशिया में जंग को टाला जा सके।